चंडीगढ़, 26 अप्रैल
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज किसानों को पूसा-44 किस्म की बुआई नहीं करने के लिए धन्यवाद दिया, जो पिछले सीजन में पानी की खपत करती है और अधिक पराली पैदा करती है।
एक वीडियो संदेश में सीएम भगवंत मान ने कहा कि वह खेती को बचाने और इसे फिर से लाभदायक व्यवसाय बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि किसानों को दिन के समय बिजली मिले।
मान ने कहा कि 2023 में, उन्होंने कृषक समुदाय से पूसा-44 न बोने का अनुरोध किया था, जिसे परिपक्व होने में 150+ दिन लगते हैं। उनके अनुरोध के बाद, PUSA-44 के तहत क्षेत्र में 50 प्रतिशत की कमी आई।
पूसा-44 के बजाय, किसानों ने पीआर-126, पीआर-127, पीआर-128, पीआर-129 और पीआर-130 किस्मों को चुना, जिन्हें परिपक्व होने में केवल 90 दिन लगते हैं।
सीएम ने कहा कि पूसा-44 के तहत कम क्षेत्र के कारण 477 करोड़ रुपये की बिजली और 5 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) भूजल की बचत हुई है, उन्होंने कहा कि आप सरकार कभी भी ऐसा कोई निर्णय नहीं लेगी जो पंजाबियों के हितों को नुकसान पहुंचाए।
मान ने किसानों से पीआर-126 से लेकर पीआर-130 और बासमती किस्मों की बुआई करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बासमती को एमएसपी से बेहतर कीमत मिल सकती है।