नस्ल, लिंग भेद और विकलांगता जैसे प्रासंगिक विषयों पर बनी फिल्म ‘माई मेलबर्न’ की रिलीज डेट आ चुकी है। फिल्म निर्माता कबीर खान, इम्तियाज अली, रीमा दास और ओनिर की एंथोलॉजी 14 मार्च को सिनेमाघरों में उतरेगी।
‘माई मेलबर्न’ भारत भर में पीवीआर सिनेमा के सहयोग से सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है। फिल्म में ओनिर की ‘नंदिनी’, कबीर खान की ‘सेतारा’, रीमा दास की ‘एम्मा’ और आरिफ अली के निर्देशन में इम्तियाज अली की ‘जूल्स’ भी शामिल हैं।
कबीर खान ने कहा, “कहानियों में सीमाओं से आगे निकलकर लोगों को जोड़ने की शक्ति होती है और ‘माई मेलबर्न’ ऐसी ही फिल्म है। मेरी फिल्म ‘सेतारा’ पहचान के विषय पर आधारित है, जो व्यक्तिगत होते हुए भी प्रासंगिक है।”
उन्होंने कहा, “इस प्रोजेक्ट पर काम करने का अनुभव शानदार रहा है। फिल्म हिंदी, अंग्रेजी के साथ बंगाली, दारी और ऑस्ट्रेलियाई साइन लैंग्वेज (ऑनलाइन ऑस्ट्रेलियाई साइन लैंग्वेज) समेत कई भाषाओं में प्रस्तुत की गई है, जो प्रामाणिकता और विविध आवाजों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करती हैं।
मितु भौमिक लांगे के प्रोडक्शन हाउस माइंड ब्लोइंग फिल्म्स ने विक्टोरिया स्क्रीन एजेंसी, विकस्क्रीन और संघीय एजेंसी के सहयोग से फिल्म का निर्माण किया है। इम्तियाज अली ने कहा, “सिनेमा एक पुल है जो संस्कृतियों को जोड़ता है और ‘माई मेलबर्न’ इसका प्रमाण है। प्रत्येक फिल्म निर्माता ने इस एंथोलॉजी में एक अलग स्वाद लाने की कोशिश की है, जिससे यह एक भावना और विचारों से भरी यात्रा बन गई है।“ रीमा दास ने कहा कि उन्हें ऐसी कहानियां सुनाना बहुत पसंद है, जो दिल और आत्मा से जुड़ती हैं। उन्होंने कहा, “एम्मा मानवीय संबंधों के सार की खोज करती है। यह फिल्म सीमाओं और परिस्थितियों पर काबू पाकर आगे बढ़ने की नसीहत देती है।
‘माई मेलबर्न’ सिर्फ एक फिल्म से कहीं ज्यादा है।” फिल्म को “मनोरंजक अनुभव” बताते हुए उन्होंने कहा, “ये कहानियां एक ऐसी सिनेमाई यात्रा को गढ़ने का प्रयास करती हैं।“ ओनिर ने फिल्म की सामाजिक प्रासंगिकता पर अपने विचार रखते हुए कहा, “मेरे लिए, कहानी सुनाना हाशिए पर पड़ी आवाजों को सामने लाने के बारे में है। ‘नंदिनी’ प्रतिनिधित्व और पहचान के बारे में है, ऐसे विषय जिन्हें अब पहले से कहीं ज्यादा सामने लाने की जरूरत है। ‘माई मेलबर्न’ जैसी फिल्म में योगदान देने पर मुझे गर्व है।”
थिएटर रिलीज के बारे में पीवीआर आईनॉक्स पिक्चर्स लिमिटेड के सीईओ कमल ज्ञानचंदानी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “माई मेलबर्न एक विशेष फिल्म है, जो महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों को संबोधित करते हुए कहानी बुनती है।” ‘माई मेलबर्न’ के निर्माता मितु भौमिक लांगे ने इस प्रोजेक्ट के कॉन्सेप्ट को तैयार किया है। उन्होंने कहा, “माई मेलबर्न केवल कहानियों का संग्रह नहीं है। यह हम सबके अनुभवों, विविधता के महत्व का प्रतिबिंब है।“ “कबीर खान, इम्तियाज अली, रीमा दास और ओनिर को एक मंच पर लाने के पीछे सार्थक सिनेमा बनाने का विचार था।“