वल्लभ राजकीय महाविद्यालय, मंडी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की श्रृंखला के साथ राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस मनाया। इस अवसर पर “एक नई दुनिया में रिपोर्टिंग: प्रेस, स्वतंत्रता और मीडिया पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभाव” विषय पर एक संगोष्ठी के अलावा भाषण प्रतियोगिता, कविता पाठ और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
पत्रकारिता विभाग के प्रमुख फ्लाइंग ऑफिसर चमन लाल क्रांति सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि वरिष्ठ प्रिंट मीडिया पत्रकार दीपेंद्र मंटा मुख्य संसाधन व्यक्ति थे।
चमन ने पत्रकारों, मानवाधिकार रक्षकों और सूचना के अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ताओं की सत्य और जागरूकता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा उत्पन्न नैतिक चुनौतियों पर भी चर्चा की, और एल्गोरिथम संबंधी पूर्वाग्रह, गलत सूचना और रोज़गार के लिए खतरों जैसी चिंताओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अगर एआई का ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल किया जाए, तो यह मीडिया की दक्षता बढ़ा सकता है, लेकिन बिना सुरक्षा उपायों के यह लोकतंत्र और जनता के विश्वास को कमज़ोर कर सकता है।
चमन ने सत्य की खोज में अपने प्राणों की आहुति देने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा विद्यार्थियों को याद दिलाया कि पत्रकारिता न्याय और लोकतांत्रिक अखंडता के लिए एक सतत संघर्ष है।
मंता ने महत्वाकांक्षी पत्रकारों से नैतिकता से समझौता किए बिना तकनीक को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने डिजिटल युग में विश्वसनीयता और सटीकता पर ज़ोर दिया। सहायक प्रोफेसर अदिति शर्मा ने पत्रकारिता में एआई की भूमिका पर व्याख्यान दिया, जबकि वरिष्ठ प्रोफेसर राजकुमार ने मीडिया उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों पर बात की। मंता को पत्रकारिता उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

