महेंद्रगढ़, 1 जून दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने इस भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए शहर में 20 नए ट्रांसफार्मर लगाए हैं।
जिले में पिछले साल की तुलना में प्रतिदिन बिजली की खपत में 12 लाख यूनिट की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है। स्थानीय लोगों द्वारा गर्मी से बचने के लिए एयर कंडीशनर और कूलर का बढ़ता उपयोग इसका कारण है। महेंद्रगढ़ में चार दिन पहले राज्य भर में सबसे अधिक तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
नारनौल में डीएचबीवीएन के अधीक्षण अभियंता (एसई) रंजन राव ने कहा, “पिछले साल गर्मी के मौसम में जिले में बिजली की मांग 48 लाख यूनिट प्रतिदिन थी, लेकिन यह बढ़कर 60 लाख यूनिट प्रतिदिन हो गई है, जिससे हमें ट्रांसफार्मर को ठंडा रखने के लिए कूलर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, क्योंकि पिछले एक पखवाड़े में तापमान काफी बढ़ गया है। उच्च तापमान की स्थिति में ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी का डर बना रहता है।”
उन्होंने बताया कि जिले में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए बिजली लोड वितरित करने के लिए 200 केवी क्षमता के कुल 20 नए ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। चूंकि नारनौल शहर इन दिनों जिले में सबसे अधिक बिजली की खपत कर रहा है, इसलिए यहां सबसे अधिक (12) ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, जिनमें महेंद्रगढ़ में पांच तथा नांगल चौधरी क्षेत्र में तीन ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।
उन्होंने दावा किया, “बिजली की बढ़ती मांग को आसानी से मैनेज किया जा रहा है। बिजली आपूर्ति केवल तभी काटी जाती है जब ट्रांसफॉर्मर और लाइनों में कोई खराबी आती है।”
इस बीच, स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नारनौल शहर में पिछले दो दिनों से अनिर्धारित बिजली कटौती की जा रही है, जबकि पहले आपूर्ति सुचारू थी।
नारनौल निवासी सतीश ने बताया, “जिले में पहले गर्मी के बावजूद बिजली नहीं काटी जाती थी, लेकिन पिछले दो दिनों से बिजली कटौती की समस्या स्थानीय लोगों को परेशान करने लगी है। कल बिजली आपूर्ति काटी गई थी, जबकि आज भी यही स्थिति है।”
इस बीच, उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने नारनौल में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी पानी की पर्या
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