सोलन, 29 जून पहाड़ों में यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) राज्य में 68 सुरंगों का निर्माण कर रहा है। 85.1 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली ये सुरंगें पूरी हो जाने पर 126 किलोमीटर की दूरी कम करके यात्रा के समय को 12.5 घंटे कम कर देंगी।
एनएचएआई, शिमला के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने कल शिमला में टनल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के एक सम्मेलन में कहा, “ग्यारह सुरंगों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 27 निर्माणाधीन हैं और शेष 30 के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है।”
बासित ने कहा कि इन सुरंगों से यात्रा की गति बढ़ी है और ईंधन की खपत कम हुई है, साथ ही सभी मौसम में सम्पर्क सुविधा भी उपलब्ध हुई है। सुरंगें पहाड़ों के चारों ओर निर्मित लम्बे घुमावदार मार्गों को बचाती हैं, साथ ही दुर्गम बस्तियों को जोड़ती हैं तथा चिकित्सा और शैक्षिक सुविधाओं तक त्वरित पहुंच प्रदान करती हैं।
सोलन और कुमारहट्टी के बीच बड़ोग बाईपास पर 965 मीटर लंबी एकतरफा सुरंग पहले से ही कार्यात्मक है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग-5 के सोलन-वाकनाघाट खंड पर कंडाघाट में एक और सुरंग का निर्माण किया जा रहा है।
मंडी और कुल्लू जिलों के बीच चंडीगढ़-मनाली फोर-लेन राजमार्ग परियोजना में ग्यारह सुरंगें शामिल हैं। पिछले साल बारिश से हुई आपदाओं के दौरान सुरंगों ने प्रभावित स्थल तक पहुँचने में मदद की थी।
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