भुवनेश्वर, 13 जून । 24 साल बाद ओडिशा को नया मुख्यमंत्री मिला है। भाजपा नेता और ओडिशा के कद्दावर आदिवासी चेहरा मोहन चरण माझी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित समारोह में राज्यपाल रघुबर दास ने मोहन माझी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। कनक वर्धन सिंह और प्रवति परीदा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली कैबिनेट में सुरेश पुजारी, रबिनारायण नाइक, नित्यानंद गोंड और कृष्ण चंद्र पात्रा ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली।
हाल ही में संपन्न हुए ओडिशा विधानसभा चुनाव में 147 में से भाजपा ने 78 सीट हासिल की। जबकि, बीजू जनता दल (बीजद) के खाते 51 सीट आई थी। वहीं, कांग्रेस को 14, सीपीआई (एम) को एक और अन्य को 3 सीट मिली थी।
मोहन चरण माझी चार बार के भाजपा विधायक हैं। वे पहली बार 2000 में क्योंझर से ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद 2004, 2019 और अब 2024 में भी क्योंझर सीट से जीते हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शैक्षणिक इकाई सरस्वती शिशु मंदिर से शिक्षक की नौकरी शुरू करने वाले माझी ने बाद में राजनीति को चुना।
मोहन चरण माझी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1997 में की थी। माझी 1997 से लेकर साल 2000 तक सरपंच रहे। इसके बाद साल 2000 में माझी क्योंझर से पहली बार विधायक बने। माझी राज्य में भाजपा के आदिवासी नेताओं में से एक हैं।
माझी ने 2005 से 2009 तक बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान भाजपा के राज्य आदिवासी मोर्चा के सचिव और उप मुख्य सचेतक के रूप में भी काम किया था। उन्होंने पिछली विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में भी काम किया था।
माझी ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम की घोषणा के बाद भगवान जगन्नाथ को नमन किया था और ओडिशा की सत्ता में बदलाव लाने वाले 4.5 करोड़ लोगों का आभार भी जताया था।
Leave feedback about this