जिला प्रशासन ने बुधवार को काहनौर गांव में रात्रि विश्राम कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां अधिकारियों ने जनता की शिकायतें सुनीं। इस कार्यक्रम में उपायुक्त (डीसी) नरेन्द्र कुमार और पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेन्द्र बिजारनिया सहित अन्य जिला अधिकारी शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान डीसी ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों के अनुपालन में जिला मुख्यालय, उपमंडल स्तर तथा नगर निगम कार्यालय में जन शिकायतों का मौके पर ही समाधान करने के लिए समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
उन्होंने ग्रामीणों से ग्रामीण विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि, “प्रत्येक व्यक्ति को अपने गांव के विकास में योगदान देना चाहिए। गांव को साफ रखना और अपने आस-पास गंदगी जमा होने से रोकना हमारी जिम्मेदारी है।”
एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने युवाओं में बढ़ती नशीली दवाओं की प्रवृत्ति से निपटने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे को हल करने के लिए प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर आपको गांव में किसी व्यक्ति द्वारा नशीली दवाएं बेचने की कोई सूचना मिलती है, तो तुरंत पुलिस या जिला प्रशासन को इसकी सूचना दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। माता-पिता को भी अपने बच्चों पर नज़र रखनी चाहिए और उन्हें समझाना चाहिए कि नशे की लत उनके स्वास्थ्य और भविष्य को बर्बाद कर सकती है। यह समाज और राष्ट्र के लिए एक गंभीर खतरा है।”
एसपी ने ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी शामिल होने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने ग्रामीणों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के बारे में सूचना मिलने पर पुलिस को सूचित करने की भी अपील की, साथ ही आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। इससे पहले स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्यों ने अधिकारियों का माला पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर रोहतक के एसडीएम आशीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, डीडीपीओ राजपाल चहल, नायब तहसीलदार दीपक कुमार और कार्यकारी अभियंता (सिंचाई) अरुण मुंजाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।