कोलकाता, 17 नवंबर । उत्तर 24 परगना जिले के अमदंगा से तृणमूल कांग्रेस के पंचायत प्रमुख रूपचंद मंडल की हत्या कर दी गई। यह पश्चिम बंगाल में एक हफ्ते में सत्तारूढ़ दल के दूसरे नेता की हत्या है।
सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में तृणमूल कांग्रेस नेता सैफुद्दीन लश्कर की हत्या कर दी गई थी।
गुरुवार की रात मंडल की मौत की घटनाओं का क्रम कुछ हद तक जयनगर में नरसंहार और नरसंहार के समान प्रतीत होता है।
लश्कर की हत्या के बाद, जयनगर के कुछ हिस्से आभासी युद्ध के मैदान में बदल गए, इसके कारण हिंसक भीड़ ने कम से कम 12 घरों को आग लगा दी, इसमें मारे गए पार्टी नेता के समर्थक भी शामिल थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंडल और उनके साथियों पर गुरुवार रात मोटरसाइकिल सवार बदमाशों के एक समूह ने देशी बमों से हमला किया।
गंभीर रूप से घायल मंडल को पहले अमदंगा ग्रामीण अस्पताल में स्थानांतरित किया गया, जहां से उन्हें एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। लेकिन कुछ ही देर बाद उनकी मृत्यु हो गई।
उनकी मौत से इलाके में तनाव फैल गया और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग 34 को अवरुद्ध कर दिया।
जाम शुक्रवार सुबह तक जारी रहा।
तनावपूर्ण स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए इलाके में फिलहाल पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी मौजूद है।
इस बीच, मंडल की हत्या पर राजनीतिक घमासान भी छिड़ गया है।
राज्य भाजपा समिति के सदस्य तापस मित्रा के अनुसार, मंडल की हत्या उनके और अमदंगा निर्वाचन क्षेत्र के स्थानीय सत्तारूढ़ दल के विधायक रफीकुर रहमान के बीच पुरानी प्रतिद्वंद्विता के कारण की जाएगी।
हालांकि रहमान ने आरोपों से इनकार किया है।