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यमुनानगर जिले में केवल 34,640 मीट्रिक टन ग्रेड-ए धान की खरीद हुई

Only 34,640 metric tons of Grade-A paddy was purchased in Yamunanagar district.

विधानसभा चुनाव और प्रतिकूल मौसम की वजह से इस साल यमुनानगर जिले में धान की कटाई में देरी हुई है। 4 अक्टूबर तक जिले की अनाज मंडियों में ग्रेड-ए धान की केवल 34,640 मीट्रिक टन (एमटी) खरीद हुई थी।

हालांकि, पिछले साल इसी अवधि में 1,36,094 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी। इस साल यमुनानगर जिले में दो लाख एकड़ में धान की बुवाई की गई थी।

यमुनानगर जिले की जगाधरी अनाज मंडी में रविवार को सुखाने के लिए रखी गई फसल। फोटो: शिव कुमार शर्मा उपलब्ध जानकारी के अनुसार 4 अक्टूबर 2024 तक जिले की सभी 13 अनाज मंडियों में ग्रेड-ए धान की 34,640 मीट्रिक टन आवक हुई। इस दौरान खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 23,462 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 5,408 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा 5,770 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई।

बिलासपुर अनाज मंडी में 3223 मीट्रिक टन, छछरौली अनाज मंडी में 1,542 मीट्रिक टन, गुमथला राव अनाज मंडी में 232 मीट्रिक टन, जगाधरी अनाज मंडी में 7116 मीट्रिक टन, जठलाना अनाज मंडी में 60 मीट्रिक टन, खारवन अनाज मंडी में 1,040 मीट्रिक टन, प्रताप नगर अनाज मंडी में 4,579 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर अनाज मंडी में 11,115 मीट्रिक टन, रादौर अनाज मंडी में 2,362 मीट्रिक टन, रणजीतपुर अनाज मंडी में 345 मीट्रिक टन, रसूलपुर अनाज मंडी में 807 मीट्रिक टन तथा साढौरा अनाज मंडी में 2,219 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई।

उपायुक्त मनोज कुमार ने सभी खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे अनाज मंडियों से खरीदे गए धान का शीघ्र उठान करने की व्यवस्था करें ताकि किसान अपनी फसल को सुविधाजनक तरीके से बेच सकें।

उन्होंने कहा कि किसान धान को सुखाकर ही मंडियों में लाएं ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न आए। उन्होंने मार्केट कमेटी के अधिकारियों को अनाज मंडियों में बिजली, पानी, शौचालय व साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए।

उन्होंने कहा कि समय-समय पर वे स्वयं अनाज मंडियों का दौरा करेंगे और खरीद कार्य की समीक्षा करेंगे।

जगाधरी अनाज मंडी में अपनी धान की फसल बेचने आए पंजूपुर गांव के किसान रविंदर कुमार ने कहा, “मैं इस सीजन में पहली बार धान की फसल लेकर अनाज मंडी आया हूं। मुझे इस मंडी में अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं हुई।”

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, यमुनानगर के उपनिदेशक आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि इस साल सितंबर के आखिरी 15 दिनों में हुई बारिश के कारण यमुनानगर जिले में धान की कटाई थोड़ी देरी से शुरू हुई। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के कारण भी कटाई का काम प्रभावित हुआ है।

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