N1Live National भाजपा के संकल्प पत्र पर विपक्ष का बड़ा वार, बताया जनता को गुमराह करने वाला मेनिफेस्टो
National

भाजपा के संकल्प पत्र पर विपक्ष का बड़ा वार, बताया जनता को गुमराह करने वाला मेनिफेस्टो

Opposition's big attack on BJP's resolution manifesto, calling it a manifesto that misleads the public

रांची, 14 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की ओर से रविवार को जारी संकल्प पत्र पर विपक्ष ने करारा हमला बोला है। झारखंड के श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास सह उद्योग मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि पीएम मोदी और भाजपा का चुनावी मेनिफेस्टो जनता को भ्रमित और गुमराह करने वाला है।

उन्होंने कहा है कि जो भी करना है वर्तमान की जरूरत के अनुसार ही होना चाहिए। लेकिन भाजपा और उसके नेता आम लोगों की मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा के साथ-साथ गरीबों को क्या चाहिए इसकी बात नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता सीधे स्मार्ट सिटी, ग्रीन सिटी, रेलवे, हवाई जहाज और काला धन की बात कर रहे हैं। यही कारण है कि भाजपा और केंद्र सरकार का कोई भी काम जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है।

श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने चतरा के मौजूदा सांसद सुनील कुमार सिंह का टिकट कटने पर चुटकी लेते हुए कहा है कि हवा-हवाई कार्यशैली के कारण मौजूदा सांसद को जनता का विरोध झेलना पड़ा।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सांसदों को आदर्श ग्राम योजना के तहत गांवों का चयन और उसका समुचित विकास करने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन आज तक ना तो सांसद के आदर्श गांवों में बिजली पहुंची और ना ही पानी। सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य भी भगवान भरोसे ही है।

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा अपना भद्द पिटती देख मौजूदा सांसद का टिकट काटकर नए लोगों को मौका देती है। भाजपा प्रयोगशाला चला रही है। मौजूदा सांसद नहीं करेगा तो अगला सांसद करेगा। यह न सिर्फ गरीबों के साथ मजाक है बल्कि समय की बर्बादी भी है।

मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने आगे कहा है कि भाजपा को प्लानिंग करके चुनावी संकल्प पत्र जारी करना चाहिए, जिससे सीधे गरीबों को लाभ मिले। गरीबी मिटाने, स्मार्ट सिटी, ग्रीन सिटी, रेलवे, हवाई जहाज और काला धन वापस लाने के जो भी भाजपा की तरफ से वादे किये गए हैं, इस दिशा में आज तक कोई काम हुआ ही नहीं।

उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी कहते हैं कि विकास के लिये 60 महीने का समय चाहिए। फिर कहते हैं 120 माह का समय चाहिए। इसके बाद कहा जाता है कि 2047 में देश विकसित भारत बनेगा, फिर 2068 की बात कही जाती है। उन्होंने पूछा कि आखिर भाजपा को देश के विकास और गरीबों के कल्याण के लिए सही मायनों में कितने वक्त की आवश्यकता है क्योंकि भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र को देखने से यही पता चलता है कि 2047 में देश विकसित भारत तो बनेगा, लेकिन उस दौरान आज का ना तो कोई देखने वाला होगा और ना ही कोई बोलने वाला बचेगा। भाजपा 2024 के चुनावी संकल्प पत्र से पहले 2014 के घोषणा पत्र को अमलीजामा पहनाए, फिर 2019 की घोषणा को धरातल पर उतारे। उसके बाद 2024 में क्या होता है देखा जाएगा।

सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अमृत महोत्सव मना लिया गया, लेकिन जनता को कोई लाभ नहीं हुआ। देश के मजदूर, आम-अवाम के साथ-साथ किसानों को कोई सुविधा नहीं मिल रही और केंद्र सरकार अमृत महोत्सव मना रही है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा आदिवासी जनजातीय महोत्सव मनाने की घोषणा महज चुनावी ढकोसला है। संकल्प पत्र और मोदी की गारंटी के नाम पर प्रधानमंत्री जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।

Exit mobile version