मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की मंशा के अनुरूप पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रही मुहिम के तहत पंजाब पुलिस ने सोमवार को विशेष अभियान ‘ओपीएस सील-VIII’ चलाया, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती राज्य पंजाब में प्रवेश करने या बाहर जाने वाले सभी वाहनों की जांच करना था, ताकि नशा तस्करी और शराब तस्करी पर नकेल कसी जा सके और इसके अलावा हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गैंगस्टरों और असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर भी नजर रखी जा सके।
यह अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक समन्वित तरीके से चलाया गया।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अपने समकक्षों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया है ताकि ‘ओपीएस सील-VIII’ के तहत प्रभावी नाकाबंदी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों के सभी एसएसपी को सीमावर्ती जिलों के रणनीतिक स्थानों पर संयुक्त नाका अभियान आयोजित करने और राजपत्रित अधिकारियों/एसएचओ की देखरेख में सीलिंग बिंदुओं पर मजबूत ‘नाके’ लगाने के लिए अधिकतम संख्या में जनशक्ति जुटाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 10 जिलों के कम से कम 92 प्रवेश/निकास बिंदुओं पर निरीक्षकों/डीएसपी की देखरेख में 1000 से अधिक पुलिस कर्मियों को शामिल करते हुए समन्वित मजबूत नाके स्थापित किए गए हैं, जो चार सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के साथ सीमाएं साझा करते हैं।
The 10 inter-state border districts include Pathankot, Sri Muktsar Sahib, Fazilka, Ropar, SAS Nagar, Patiala, Sangrur, Mansa, Hoshiarpur and Bathinda.
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान संदिग्ध वाहनों/व्यक्तियों की गहन तलाशी ली गई तथा यह सुनिश्चित किया गया कि आम जनता को न्यूनतम असुविधा हो।
उन्होंने बताया कि वाहनों की जांच के अलावा पुलिस टीमों ने वाहन मोबाइल ऐप का उपयोग करके उनके पंजीकरण नंबरों का भी सत्यापन किया है।
उन्होंने कहा, “हमने सभी पुलिस कर्मियों को सख्त निर्देश दिया था कि वे इस अभियान के दौरान वाहनों की जांच करते समय प्रत्येक आने-जाने वाले व्यक्ति के साथ मित्रवत और विनम्र तरीके से पेश आएं।”
विशेष डीजीपी ने बताया कि राज्य में प्रवेश करने/बाहर जाने वाले 4245 वाहनों की जांच की गई, जिनमें से 293 का चालान किया गया और 16 को जब्त किया गया।
पुलिस ने 27 लोगों को गिरफ्तार कर 26 एफआईआर भी दर्ज की हैं। वहीं, पुलिस टीमों ने पूछताछ के लिए 401 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है।
अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने 1.1 किलोग्राम अफीम, 29 किलोग्राम चूरा पोस्त, 42 किलोग्राम नशीला पाउडर, 1070 नशीले कैप्सूल/टैबलेट और भारी मात्रा में वैध और अवैध शराब बरामद की है।
इस बीच, इस तरह के ऑपरेशनों से क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी का पता चलता है, साथ ही असामाजिक तत्वों में डर पैदा होता है और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा होती है।