कर्नाटक के विधायक महेश तेन्गिनाई ने राज्य सरकार द्वारा कन्नड़ में उत्पादों के नाम छापने का आदेश जारी करने के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही इस आदेश को सही तरीके से लागू करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय राज्य के लिए सकारात्मक है, लेकिन केवल कागज पर नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन में इसे प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
महेश तेन्गिनाई ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि कर्नाटक में उत्पादों पर कन्नड़ में नाम छापने का निर्णय अच्छा है और इसका स्वागत किया जाना चाहिए। पिछले कुछ वर्षों से कन्नड़ संगठनों ने इस मुद्दे को उठाया था और अब सरकार ने इस पर एक आदेश जारी किया है। हालांकि, सवाल यह है कि क्या इस आदेश का सही तरीके से क्रियान्वयन हुआ है या नहीं। हम उम्मीद करते हैं कि कर्नाटक सरकार इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ लागू करेगी।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस आदेश का पालन सही तरीके से हो, जैसा कि पहले बोर्डों पर कन्नड़ में नाम लिखने के बारे में आदेश दिया गया था, लेकिन उसकी सच्चाई और कार्यान्वयन पर सवाल उठे थे। इस बार हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह आदेश सिर्फ कागज पर न रहे, बल्कि इसका वास्तविक जीवन में पालन हो।”
उन्होंने कन्नड़ संगठनों के समर्थन की बात करते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार को कन्नड़ के लिए उठाए गए कदमों में पूरी तरह से समर्थन देना चाहिए, लेकिन दूसरी ओर कर्नाटक संगठन अगर कोई आंदोलन करते हैं, तो उन पर मुकदमे नहीं किए जाने चाहिए। राज्य में कर्नाटक का जल, जमीन और संसाधन सभी कर्नाटक के लोगों के लिए हैं। हम कर्नाटक के साथ खड़े रहेंगे और इस सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन साथ ही, यह भी जरूरी है कि यह लागू हो।
महेश तेन्गिनाई ने आगे कहा कि सरकार को इस आदेश को न केवल लागू करने के लिए कदम उठाने चाहिए, बल्कि यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसे सही तरीके से और प्रभावी रूप से लागू किया जाए। केवल पेपर पर नहीं, बल्कि वास्तविकता में कन्नड़ काे बढ़ाया जाए।