भाजपा नेता अजीत गोपछड़े ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदर्शों वाली पार्टी है। हम मतों का आदर करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि पार्टी में शामिल सभी नेता आदर्शों का पालन करें, उससे परे जाने की कोशिश बिल्कुल भी नहीं करें।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का सिद्धांत ही सेवा है। हम लोग एक-दूसरे की सेवा करने और उन्हें ऊंचा उठाने की कोशिश में विश्वास करते हैं। हम हमारी पार्टी में जल्द ही सेवा पखवाड़ा भी शुरू करने जा रहे हैं। इससे हम अपनी पार्टी में शामिल अन्य नेताओं की उन्नति के बारे में विचार करेंगे। जल्द ही हम लोग यहां पर ‘क्रीडा उत्सव’ भी शुरू करेंगे। ऐसा करके हम लोग देश में एक स्वस्थ राजनीतिक माहौल तैयार करने की कोशिश करेंगे। हम लोग आगामी दिनों में देशभर में एक सेवा पखवाड़े की शुरुआत करेंगे।
भाजपा नेता ने कहा कि हम लोग ना सिर्फ सेवा पर लेक्चर देते हैं, बल्कि उसे जमीन पर उतारने की भी कोशिश करते हैं। मान लीजिए, अभी कई राज्य बाढ़ से प्रभावित हैं। हम लोग इन प्रभावित राज्यों में रिलीफ कैंप स्थापित कर रहे हैं। ऐसा करके हम लोग प्रभावितों तक मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि जो राज्य मौजूदा समय में बाढ़ से प्रभावित नहीं हैं, हम वहां पर सांसद खेलकूद महोत्सव का भी आयोजन कर रहे हैं। इसके अलावा, हम प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए वैक्सीनेशन की भी शुरुआत कर रहे हैं। यह सभी काम पिछले लंबे समय से कर रहे हैं। यह हमारी पार्टी का संस्कार है, जिसे हम हर कीमत पर धरातल पर उतारकर रहेंगे।
साथ ही, उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की ओर से आरक्षण पर लिए गए फैसले की तारीफ की। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के प्रयासों के परिणामस्वरूप ही यह सुनिश्चित हो पाया है कि मराठा समुदाय के लोगों को भी आरक्षण मिले। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि इस आरक्षण को लेकर मराठा और ओबीसी समुदाय के बीच किसी भी प्रकार का मतभेद पैदा नहीं हो सके।
भाजपा नेता ने कहा कि अब तक जितने भी मुख्यमंत्री रहे, सभी ने आरक्षण को लेकर सिर्फ आश्वासन ही दिया। किसी ने भी किसी भी प्रकार का सराहनीय कदम नहीं उठाया। लेकिन, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की जानी चाहिए कि उन्होंने ना सिर्फ मराठा समुदाय के लोगों को आरक्षण दिलाने का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि इसे लेकर राज्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति नहीं पैदा हो।