नई दिल्ली, 29 मार्च
चीन और पाकिस्तान ने संकेत दिया है कि वे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बुधवार को यहां होने वाली बैठक में वर्चुअली हिस्सा लेंगे।
इस बैठक में आईएसआईएस के बीच संभावित सांठगांठ के मुद्दे को उठाए जाने की संभावना है, जो अपने क्रूर बम विस्फोटों से अफगानिस्तान में कहर बरपा रहा है, और देश में बढ़ते नशीली दवाओं के व्यापार से आने वाले धन का मुद्दा उठा सकता है। एनएसए अजीत डोभाल और पांच मध्य एशियाई एनएसए के बीच दिसंबर में हुई बैठक में भी इस पहलू को उठाया गया था।
उम्मीद यह है कि तालिबान को आतंकवाद और नशीली दवाओं की तस्करी पर निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए, जिसमें नशीली दवाओं के उत्पादन में घातीय वृद्धि चर्चा का केंद्र हो।
रूसी सुरक्षा परिषद के एक बयान में कहा गया है कि उसके सचिव निकोलाई पेत्रुशेव एससीओ सदस्य देशों की सुरक्षा परिषदों के सचिवों की वार्षिक बैठक में भाग लेंगे। पत्रसुशेव रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे करीबी घेरे में हैं और उनका जुड़ाव 1999 से है जब उन्होंने पुतिन के बाद एफएसबी प्रमुख (पुनर्गठित केजीबी) का पद संभाला था।
डोभाल के साथ उनकी बैठक यूक्रेन में संघर्ष के प्रक्षेपवक्र और पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच व्यापक विचार-विमर्श के बारे में जानकारी प्रदान करेगी। डोभाल ने अपने संबंधित समकक्षों से मिलने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन की यात्रा के बाद पिछले महीने मास्को में पत्रुशेव से मुलाकात की थी।