पालमपुर, 12 फरवरी हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड (एचपीएसईबीएल) द्वारा चार साल पहले पालमपुर शहर के बाहरी इलाके में लगभग 3 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 33 केवी बिजली सबस्टेशन अभी तक चालू नहीं किया गया है। इसके बावजूद कि पालमपुर, बैजनाथ और सुल्ला के कई हिस्से खराब बुनियादी ढांचे के कारण बिजली संकट का सामना कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले बिना बिजली आपूर्ति कनेक्शन के सबस्टेशन का उद्घाटन किया था। चालू नहीं होने से सबस्टेशन अब झाड़ियों से पट गया है। एचपीएसईबीएल एक कार्यवाहक नियुक्त करने में विफल रहा है और मूल्यवान संपत्ति तेजी से कबाड़ में बदल रही है।
एचपीएसईबीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बोर्ड ने ग्रामीण भारत के विद्युतीकरण के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित योजना ‘दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना’ के तहत इस बिजली सबस्टेशन की स्थापना की थी। केंद्र सरकार ने परियोजना के लिए 3 करोड़ रुपये आवंटित किए थे।
उन्होंने स्वीकार किया कि तकनीकी कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने के कारण सबस्टेशन को चालू नहीं किया जा सका। विभाग ने कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए एचपीएसईबीएल अध्यक्ष से अनुरोध किया था, लेकिन बार-बार अनुरोध के बावजूद कोई मंजूरी नहीं दी गई। एक निजी एजेंसी ने सबस्टेशन का निर्माण समय पर पूरा कर चार साल पहले एचपीएसईबीएल को सौंप दिया था।
स्थानीय विधायक आशीष बुटेल ने कहा कि उन्होंने यह मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष उठाया था और एचपीएसईबीएल के अध्यक्ष को भी पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।