पानीपत के एक जेल वार्डन को दो व्यक्तियों ने 5 लाख रुपए की ठगी का शिकार बनाया। इन व्यक्तियों ने उनके बेटे को कानूनी मामले में मदद करने का झूठा वादा किया था। पीड़ित आत्मा राम सिरसा के आदमपुर के ढाणी मोहबतपुर गांव का रहने वाला है और पानीपत जेल में वार्डन के पद पर कार्यरत है। डीएसपी, ऐलनाबाद की जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
आत्मा राम की मुसीबत 2020 में तब शुरू हुई जब उनके 29 वर्षीय बेटे पवन को फतेहाबाद के भट्टू कलां थाने में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद आत्मा राम गहरे संकट में आ गए। उस समय उनके साले छोटू राम ने उन्हें राजस्थान के बांसरा गांव के सत्यवान से मिलवाया। सत्यवान ने दावा किया कि वह कालू राम नामक एक व्यक्ति की मदद से पवन का नाम मामले से हटा सकता है, जिसके कथित तौर पर सिरसा के एसपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संबंध थे।
आत्मा राम ने 5 लाख रुपए उधार लिए और चहारवाला गांव में कालू के घर पर सत्यवान और कालू के पिता गोपाल को सौंप दिए। गोपाल ने फिर पैसे अपनी पत्नी को दे दिए। सत्यवान ने आत्मा राम को भरोसा दिलाया कि उसका बेटा जल्द ही जेल से रिहा हो जाएगा। हालांकि, जब कोई प्रगति नहीं हुई, तो आत्मा राम ने सत्यवान से सवाल किया, लेकिन वह टालमटोल करने लगा।