पटना, 16 अक्टूबर । पटना के दीघा थाना अंतर्गत एक निजी नर्सिंग होम में लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां प्रसव के दौरान एक मां और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई।
रिश्तेदारों का दावा है कि ऑपरेशन डॉक्टर के एक सहकर्मी ने किया था। वहीं, घटना के बाद अस्पताल प्रबंधक ने मृत नवजात को एक कार्टन में फेंक दिया। मृतका की पहचान राजमणि देवी ( 29) के तौर पर हुई है।
बताया जा रहा है कि डीडी मंडल अस्पताल में लापरवाही का यह पहला मामला सामने नहीं आया है। यहां इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, इस घटना के बाद से रिश्तेदारों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया है। रिश्तेदारों के हंगामे के बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने का लगातार प्रयास करती रही। इस दौरान पुलिस ने अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर का दौरा भी किया, जहां ऑपरेशन किया गया था।
मृतका के परिजन ने कहा कि हम लोग गर्भवती महिला को अस्पताल में एडमिट कराने पहुंचे थे। यहां अस्पताल द्वारा भर्ती कराने के बाद बाहर से दवाई लाने के लिए कहा गया। दवा जब लेकर आए तो अस्पताल के कंपाउंडर ने कहा, अल्ट्रासाउंड करवाना होगा। हम लोग अल्ट्रासाउंड कराने के लिए तैयार हुए। हमें दूसरे अस्पताल में भेजा गया। लेकिन, दूसरे अस्पताल में भी अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ। हम मरीज को दोबारा डीडी मंडल अस्पताल में लेकर आए। रिश्तेदारों का कहना है कि अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था। सिर्फ कंपाउंडर ही था। कंपाउंडर की लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत हुई है।
दीघा थाना प्रभारी बीके सिंह ने बताया है कि एक निजी नर्सिंग होम में एक दुखद घटना घटी, जहां प्रसव के दौरान एक मां और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की अनुपस्थिति में एक सहकर्मी ने ऑपरेशन किया। घटना के बाद, अस्पताल प्रबंधक ने कथित तौर पर अनुचित व्यवहार किया। मृत नवजात को एक कार्टन में रखकर बेसमेंट में फेंक दिया गया। उन्होंने कहा इस मामले में जांच जारी है।
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