उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर धराली और हर्षिल में आई आपदा पर सरकार को घेरते हुए लोगों की सहायता न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीते दिन ही धराली और हर्षिल में आई आपदा की स्थिति को देखकर वे देहरादून लौटे हैं और स्थिति बेहद गंभीर है। लोगों को सरकार की तरफ से उतनी सहायता नहीं मिल रही है जितनी उनको आवश्यकता है।
गोदियाल ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष करण माहरा को धराली जाने से रोकने के लिए पूरी कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि चार महीने बाद भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल (सेनि) ने वही बातें कही हैं जो पहले करण माहरा ने कही थी और अब वह बात सबके सामने आ चुकी है।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस के हर नेता ने चार महीने में धराली और अन्य आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर लोगों के दुखों को साझा किया। लेकिन जब कांग्रेस धराली पहुंची, तो प्रदेश सरकार ने अचानक इंटरनेट बंद कर दिया था। यह दर्शाता है कि सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने आपदा में लापता हुए शवों को ढूंढने के लिए कोई प्रयास नहीं किया और सिर्फ 38 लोगों को ही मुआवजा देने का प्रयास किया है, जबकि बाकी प्रभावितों को छोड़ दिया गया है।
उन्होंने सवाल किया, “क्या सरकार केवल अपना पेट भरने के लिए बनी है या लोगों के दुख-दर्द को दूर करने के लिए?”
गणेश गोदियाल ने कहा कि धराली में सरकार ने जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं किया। स्थानीय लोगों के हालात बेहद खराब हैं और सरकार ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया है। धराली के लोग आज भी जीवन की लड़ाई लड़ रहे हैं और सरकार ने उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज किया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हर्षिल में बनी झील के लिए भी सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार ने इसके लिए कोई रोड मैप नहीं तैयार किया है, जिससे भविष्य में और भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। गणेश गोदियाल ने सरकार से मांग की कि वह धराली और हर्षिल के प्रभावितों के लिए तत्काल कदम उठाए और उन्हें न्याय दे।

