नई दिल्ली, 24 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली स्थित सीबीसीआई सेंटर में आयोजित क्रिसमस समारोह में भाग लेने पहुंचे थे। इस पर सोसाइटी ऑफ जीसस अफेयर्स के सचिव और फादर निरदोश एक्का ने आईएएनएस से खास बातचीत की।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे बीच आए, हम इसके लिए उन्हें बहुत धन्यवाद देते हैं। उन्होंने हमारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि वो हमें बहुत पसंद करते हैं। उन्होंने हमारी खुशियों में हिस्सा लिया। उन्होंने हमारे बातें भी सुनी। हम चाहते हैं कि हमारे देश के सभी नागरिकों को न्याय मिले । यह हमारे प्रभु ईसा का संदेश है। देश में सभी को न्याय मिले। हमारे देश में ऐसी परंपरा रही है। सबके साथ बराबर का व्यवहार किया जाना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि वो देश को प्रगति की राह पर ले जा रहे हैं, जिसमें हम भी योगदान देंगे। लेकिन, कई बार हमें कुछ लोगों के द्वारा इस तरह का योगदान देने से रोका जाता है। हमारा प्रयास सबसे अधिक है। हमारा समुदाय शिक्षा के मामले में सबसे ज्यादा योगदान देता है। हम केवल दो फीसदी हैं। लेकिन, हमारे शैक्षिक संस्थान सबसे अधिक हैं। हम लोगों के बीच ईसा मसीह के प्रेम को पहुंचाते हैं। हम मिलकर देश को आगे बढ़ाए। यीशु की शिक्षा भी यही है कि सभी लोग आनंद का जीवन जी सकें। मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद देना चाहूंगा कि वो हमारे बीच में आए । हम चाहेंगे कि वो हमारी बातों को सुनें।”
वहीं, फादर सुशील मोदी ने कहा, “हमारे लिए यह एक अत्यंत सम्मान की बात थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे बीच आए और उन्होंने हमें जो संदेश दिया, वह न केवल हमारे लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण था। उनके भाषण में जो बातें कहीं, उन्होंने एक बात पर खास जोर दिया, जो हमें बहुत अच्छी लगी—सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास। इस संदेश ने हमें यह एहसास दिलाया कि प्रधानमंत्री जी हर समुदाय के विकास के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं और उनका उद्देश्य समाज के हर हिस्से के विकास में योगदान करना है। उनके द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो काम हो रहे हैं, उनके बारे में उन्होंने जो जानकारी दी, वह हम सभी के लिए प्रेरणादायक थी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार का समर्थन और सहयोग हम जैसे समुदायों को मिलेगा, ताकि हम अपनी योजनाओं को और भी बेहतर तरीके से लागू कर सकें।”
उन्होंने कहा , ” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी धर्मों, जातियों, और समुदायों के कल्याण के लिए काम कर रही है। यह बात सुनकर हमें बहुत सुकून मिला क्योंकि इससे यह जाहिर हुआ कि वर्तमान सरकार का उद्देश्य न केवल विकास करना है, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए समान अवसर प्रदान करना है। प्रधानमंत्री का यह संदेश हमारे लिए बहुत प्रेरणादायक था क्योंकि उन्होंने यह बताया कि उनका ध्यान हर किसी के भले के लिए है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री जी ने कुछ अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का भी जिक्र किया, खासकर उन लोगों के बारे में जिनके भाई-बहन विदेशों में फंसे हुए थे, और सरकार ने उन्हें सुरक्षित अपने देश लौटने का मार्ग प्रदान किया। यह उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी राहत की बात थी।”
फादर ने अपनी इच्छा जताते हुए कहा कि हम यह भी चाहते हैं कि जैसे प्रधानमंत्री जी ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान दिया, वैसे ही वे देश में हो रहे जातिवाद और धार्मिक भेदभाव के मामलों पर भी ध्यान दें। हमें विश्वास है कि यदि इस पर ध्यान दिया जाए, तो देश में शांति और सामंजस्य की स्थिति और भी बेहतर हो सकती है।
फादर जोसेफ चिन्नाय्यन कहा कि हम प्रधानमंत्री पर पूरा विश्वास रखते हैं। हमें विश्वास है कि प्रधानमंत्री पूरे देश के लिए न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से हों। उन्होंने हमें यह आश्वासन दिया कि सभी लोगों को समान सुरक्षा और प्यार मिलेगा, और कोई भी भेदभाव नहीं होगा। हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें ताकि इस समय कोई गड़बड़ी न हो और सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से चले।
बता दें कि इस समारोह का आयोजन कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) द्वारा किया गया था। दिल्ली का सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल क्रिसमस और नए साल के दौरान सजावट के लिए प्रसिद्ध है और इसे शहर के सबसे सुंदर चर्चों में से एक माना जाता है। यह चर्च दिल्ली के गोल डाक खाना के पास स्थित है और न केवल दिल्ली का सबसे बड़ा चर्च है, बल्कि यह शहर के सबसे पुराने चर्चों में भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समारोह में पहली बार शामिल हुए। समारोह में पीएम मोदी ने कहा था कि जब समाज में हिंसा फैलाने या विभाजन की कोशिश की जाती है, तो उन्हें बहुत दुख होता है। उन्होंने जर्मनी में क्रिसमस बाजार पर हुए हमले और श्रीलंका में 2019 के ईस्टर बम विस्फोटों का उदाहरण दिया और कहा था कि ऐसी चुनौतियों से हमें मिलकर लड़ना चाहिए। यह पहला मौका था जब किसी प्रधानमंत्री ने सीबीसीआई के मुख्यालय में आयोजित क्रिसमस समारोह में हिस्सा लिया।
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