नई दिल्ली, 1 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शिवकुमार स्वामीगलु को उनकी 117वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। शिवकुमार स्वामीजी एक प्रमुख लिंगायत विद्वान, शिक्षक और प्रसिद्ध आध्यात्मिक शख्सियत थे।
सिद्धगंगा मठ के संत शिवकुमार स्वामीगलु का 22 जनवरी, 2019 को 111 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ”परम पावन डॉ. श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामीगलु को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उन्होंने निःस्वार्थ और करुणा की सच्ची भावना को मूर्त रूप देते हुए सामुदायिक सेवा में अद्वितीय योगदान दिया है।”
पीएम मोदी ने आगे लिखा, ”शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक कल्याण में उनके काम ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और समर्पण और मानवीय सेवा का एक गहरा उदाहरण पेश किया है। हम अपने समाज के लिए उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए काम करते रहेंगे।”
संत शिवकुमार स्वामीगलु का जन्म 1 अप्रैल 1907 को रामनगर के वीरपुरा गांव में हुआ था और उन्हें 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवन्ना का अवतार माना जाता था।
अपने अनुयायियों के बीच चलते-फिरते भगवान के रूप में भी पहचान बनाने वाले प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता ने शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए 132 संस्थानों की स्थापना की और वह अपने परोपकारी कार्यों के लिए जाने जाते थे।
2015 में सरकार ने उन्हें भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार – पद्म भूषण से सम्मानित किया था। इससे पहले 2007 में उन्हें कर्नाटक रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।