हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने आज कहा कि उनका परिवार राज्य में पार्टी का नेतृत्व चाहे कोई भी करे, उसे मज़बूत करने के लिए काम करता रहेगा। “वीरभद्र सिंह हमेशा मुझे और विक्रमादित्य सिंह को पार्टी को मज़बूत करने के लिए काम करने को कहते थे। हम उनकी इच्छा के अनुसार पार्टी के लिए काम करते रहेंगे,” प्रतिभा सिंह ने कहा, जो अध्यक्ष पद की दौड़ में पिछड़ती दिख रही हैं।
आज यहाँ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और संगठन के संबंध में आलाकमान का फैसला सभी को स्वीकार्य होगा। उन्होंने कहा, “आलाकमान के साथ बैठक में मैंने कहा था कि नया अध्यक्ष जिसे भी बनाया जाए, वह सभी को स्वीकार्य होना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता हो।”
प्रतिभा सिंह ने आगे कहा कि उन्होंने समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं की बात की और उन्हें सम्मान और सुविधा देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “मैंने आलाकमान को वास्तविक स्थिति से अवगत करा दिया है। अब फैसला आलाकमान को ही लेना है।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सभी की बात सुनी और वह जल्द ही भंग हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी और उसके अध्यक्ष के पुनर्गठन पर फैसला लेंगे।
जब उनसे पूछा गया कि जनता और कार्यकर्ताओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए कोई भी मंत्री पार्टी कार्यालय में क्यों नहीं बैठता, तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब केवल मुख्यमंत्री ही दे सकते हैं। उन्होंने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि पार्टी कार्यालय में मंत्रियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि पार्टी कार्यकर्ता उनसे संपर्क कर सकें। उनकी अनुपस्थिति पार्टी कार्यकर्ताओं को निराश और हतोत्साहित करती है।” — टीएनएस