अबोहर के सिविल अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी के कारण बीती रात एक महिला की डिलीवरी प्रसूति वार्ड में स्टाफ नर्स द्वारा कर दी गई, जिससे न केवल महिला बल्कि उसके बच्चे की भी मौत हो गई।
इससे पूरे परिवार में अस्पताल प्रशासन के प्रति गहरा रोष व्याप्त हो गया।
फाजिल्का रोड, अबोहर निवासी दीपक कुमार अपनी पत्नी पल्लवी को कल रात प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल लाए थे। परिजनों के अनुसार, प्रसव के समय वार्ड में कोई चिकित्सा अधिकारी (एमओ) मौजूद नहीं था, बल्कि कथित तौर पर एक स्टाफ नर्स ने प्रसव कराया।
प्रसव के दौरान बच्चे की मृत्यु हो गई और पल्लवी की हालत बिगड़ने पर अस्पताल प्रशासन ने उसे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया। परिवार ने बताया कि जब वे देर रात पल्लवी को निजी अस्पताल ले गए तो वहां प्रभारी डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे, जिसके कारण उन्हें उसे दूसरे अस्पताल ले जाना पड़ा, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
पल्लवी की मौत से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। पल्लवी पहले से ही दो बच्चों की मां थी। सिविल सर्जन ने कहा कि वह मामले की जांच करेंगे कि उस समय अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी क्यों मौजूद नहीं थे और ऐसी स्थिति में प्रसव कैसे कराया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मौत का सही कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम करने हेतु तीन डॉक्टरों का एक बोर्ड गठित किया गया है।