कंप्यूटर अध्यापक भूख हड़ताल संघर्ष समिति, पंजाब के बैनर तले संगरूर में जिला प्रशासनिक परिसर (डीसी कार्यालय परिसर) के बाहर क्रमिक अनशन 18वें दिन में प्रवेश कर गया।
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ), गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन (जीटीयू) और कीर्ति किसान यूनियन ने भी पंजाब कंप्यूटर अध्यापक यूनियन के आंदोलनकारी सदस्यों को अपना समर्थन दिया है।
कंप्यूटर शिक्षकों के समर्थन में डीटीएफ के राज्य अध्यक्ष विक्रम देव सिंह, राज्य उपाध्यक्ष रघबीर सिंह भवानीगढ़ और कीर्ति किसान यूनियन के राज्य स्तरीय नेता निर्भय सिंह ने 17 सितंबर (शाम 5 बजे) से 18 सितंबर (शाम 5 बजे) तक 24 घंटे का क्रमिक उपवास रखा।
कंप्यूटर अध्यापकों की मांगों के समर्थन में आज कंप्यूटर अध्यापक यूनियन, डीटीएफ, जीटीयू और कीर्ति किसान यूनियन के सदस्यों ने क्रमिक अनशन स्थल से लेकर संगरूर-धुरी रोड पर फ्लाईओवर के पास और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के निवास के पास स्थित चौक तक विरोध मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने चौक पर करीब आधे घंटे तक यातायात जाम रखा और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मांगों में पंजाब सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी शिक्षा सोसायटी (पीआईसीटीईएस) से कंप्यूटर शिक्षकों को शिक्षा विभाग में स्थानांतरित करना, छठे वेतन आयोग को लागू करना तथा लगभग 100 मृतक कंप्यूटर शिक्षकों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा के आधार पर वित्तीय सहायता या सरकारी नौकरी देना शामिल है।
जब जिला प्रशासन की एक महिला अधिकारी मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों ने उन्हें अपनी मांगों की याद दिलाने के लिए एक पत्र सौंपा, तब उन्होंने सड़क जाम हटाया। कंप्यूटर अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष नरदीप शर्मा ने कहा कि उन्होंने महिला अधिकारी से डिप्टी कमिश्नर के साथ यूनियन की एक बैठक आयोजित करने के लिए कहा था ताकि वे डीसी से मुख्यमंत्री के साथ बैठक की व्यवस्था करने के लिए कह सकें।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों के प्रति उदासीनता के कारण कंप्यूटर शिक्षकों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई बार बैठक करने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा उनकी कोई भी मांग नहीं मानी गई है।