तरनतारन उपचुनाव के बाद भाजपा नेतृत्व ने आज घोषणा की कि वह आगामी जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनाव अपने चुनाव चिन्ह पर पूरे उत्साह के साथ लड़ेगी। यह निर्णय आज पंजाब भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया।
बैठक में राज्य कोर कमेटी के सदस्य, राज्य पदाधिकारी, जिला प्रभारी और सह-प्रभारी, जिला अध्यक्ष, विधायक और पूर्व विधायक, सांसद और पूर्व सांसद, और 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार शामिल हुए। यह निर्णय हाल ही में संपन्न तरनतारन उपचुनाव के बाद आया है, जिसमें भाजपा अपनी जमानत जब्त कर पांचवें स्थान पर पहुंच गई थी, जिसे आप के हरमीत सिंह संधू ने 12,091 मतों से जीत लिया था।
हालांकि, उत्साहित भाजपा ने कहा है कि 2022 की तुलना में एक कड़े मुकाबले वाली, विशुद्ध पंथिक सीट पर वोट शेयर में सुधार को पार्टी अभी भी एक जीत के रूप में देख रही है।
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, संसदीय बोर्ड के सदस्य इकबाल सिंह लालपुरा, संगठन महासचिव मंत्री श्रीनिवास सुल्लू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक दल के पूर्व नेता मनोरंजन कालिया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना व श्वेत मलिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश, कोर कमेटी सदस्य मनप्रीत बादल, केवल ढिल्लों, एसएस विर्क, तीक्ष्ण सूद, अविनाश चंद्रा व जीवन गुप्ता सहित अन्य ने भाग लिया।
गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहीदी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भाजपा द्वारा आयोजित भव्य धार्मिक कार्यक्रमों पर चर्चा की गई – विशेष रूप से 19 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित भव्य कीर्तन दरबार पर, जहां प्रसिद्ध रागी जत्थे गुरबानी कीर्तन के माध्यम से गुरु की शिक्षाओं और बलिदान को याद करेंगे।
पार्टी नेताओं ने बताया कि 30 नवंबर तक हर जिले में जिला स्तरीय कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, 24 नवंबर को सभी 628 पार्टी मंडलों में श्री सुखमणि साहिब के पाठ में हजारों श्रद्धालु और पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है।
बैठक में आगामी कार्यक्रमों जैसे कि आत्मनिर्भर भारत अभियान, सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में अभियान, वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अभियान आदि के सफल आयोजन पर भी चर्चा की गई।

