संगरूर, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को बादल और ढींडसा परिवार पर अपने निहित राजनीतिक हितों के लिए संगरूर में मेडिकल कॉलेज के काम को रोकने के लिए हाथ मिलाने का आरोप लगाते हुए उनकी निंदा की। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों परिवारों का ‘असली चेहरा’ सामने आ गया है, क्योंकि वे नहीं चाहते कि इस आगामी मेडिकल कॉलेज का लाभ आम आदमी को मिले, जिसके कारण उन्होंने इस प्रतिष्ठित परियोजना पर काम रोकने की साजिश रची।
मान ने कहा कि सरकार ने संगरूर के पास संत बाबा अतर सिंह मस्तौना साहिब की याद में अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज बनाने का फैसला किया है, जिसके लिए 460 करोड़ रुपये का फंड रखा गया है। इस 460 करोड़ रुपये में से अधिकांश धनराशि परियोजना पर काम शुरू करने के लिए सरकार द्वारा पहले ही जारी की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज इस साल मार्च से अपना पहला शैक्षणिक सत्र शुरू करने वाला था, जिसके बाद पूरे मालवा क्षेत्र के लोगों को क्षेत्र में बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मिल सकती थीं।
उन्होंने कहा कि इसके निर्माण से क्षेत्र के युवाओं की उच्च चिकित्सा शिक्षा तक पहुंच होगी और उन्हें विदेशों में नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी बातों के अलावा, यह मेडिकल कॉलेज मालवा क्षेत्र के युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगा।
हालांकि, उन्होंने दावा किया कि बादल और ढींडसा परिवारों ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को रोकने के लिए अपने सभी राजनीतिक मतभेद भुला दिए। उन्होंने कहा कि इन दोनों संपन्न परिवारों ने पूरी कोशिश की कि कानूनी अड़चनें पैदा करके यह परियोजना बंद हो जाए। मान ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को ठप करने के लिए बादल ने एसजीपीसी का दुरुपयोग किया, ताकि आम लोगों को परेशानी होती रहे।