राज्य भर में भारी बारिश के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) सहित 355 सड़कों पर यातायात बाधित रहा।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, अकेले मंडी ज़िले में एनएच 21 समेत 202 सड़कों पर यातायात बाधित है। इसके अलावा, कुल्लू में एनएच 305, सिरमौर में 28, कांगड़ा में 27, चंबा में नौ, शिमला में आठ, ऊना में सात, लाहौल-स्पीति में छह, किन्नौर में एनएच 5 और बिलासपुर व हमीरपुर ज़िलों में एक-एक सड़क समेत 64 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है।
इसके अलावा, 1,067 वितरण ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं, जिनमें कुल्लू में 557, मंडी में 385, लाहौल और स्पीति में 112, किन्नौर में 11, चंबा में दो, जलापूर्ति योजनाओं में 116, मंडी में 44, कांगड़ा में 41, हमीरपुर में 14, कुल्लू में नौ, शिमला में चार, लाहौल और स्पीति में तीन और सोलन जिले में एक ट्रांसफार्मर शामिल हैं।
भारी बारिश के कारण, तत्तापानी के पास शिमला-करसोग मार्ग भी धंस गया, जिससे इस हिस्से पर यातायात आंशिक रूप से बाधित हुआ। ज़िला प्रशासन के अनुसार, लगभग 4.20 मीटर चौड़ी सड़क बची है, जबकि बाकी हिस्सा सतलुज नदी में डूब गया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है क्योंकि मौसम विभाग ने 18, 21, 22 और 23 अगस्त के लिए पीली मौसम चेतावनी जारी की है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य के कुछ हिस्सों में बहुत भारी से लेकर भारी बारिश हो सकती है। अगले तीन-चार दिनों में अधिकतम तापमान 2°C से बढ़कर 3°C हो सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान समान रहने की संभावना है