पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर चार उपमुख्यमंत्री बनाने का वादा किया है, जिसके बाद इस पद को हथियाने की होड़ शुरू हो गई है।
रेवाड़ी से उम्मीदवार और पूर्व विधायक राव चिरंजीव के बाद बादशाहपुर से उम्मीदवार वर्धन यादव भी इस दौड़ में शामिल हो गए हैं। हुड्डा ने घोषणा की थी कि एक उपमुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से होगा, अधिमानतः यादव। पहली बार चुनाव लड़ रहे वर्धन का मुकाबला भाजपा के दिग्गज राव नरबीर से है।
युवा कांग्रेस नेता और रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा के करीबी सहयोगी यादव को सचिन पायलट और राज बब्बर जैसे नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है। वह पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए 20 ‘युवा’ उम्मीदवारों में से एक हैं। द ट्रिब्यून से बात करते हुए यादव ने कहा, “मैं किसी जाति के बारे में नहीं जानता, लेकिन जीतने के बाद पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसके लिए तैयार हूँ। कांग्रेस ने इन चुनावों में युवा ऊर्जा को अभूतपूर्व मौका दिया है और हम सभी चाहे जो भी भूमिका निभाएँ, हम राज्य को बदल देंगे।”
यादव अपने मजबूत जमीनी अभियान और विजन के साथ न केवल राज्य कैडर बल्कि कांग्रेस आलाकमान का भी ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। हरियाणा और राजस्थान के युवा कैडर में उनकी अपार लोकप्रियता के अलावा दीपेंद्र का उन पर भरोसा और संरक्षण उनके लिए एक लाभ के रूप में सामने आता है। दीपेंद्र न केवल नामांकन के लिए उनके साथ गए, बल्कि शनिवार को गुरुग्राम में उनके लिए प्रचार भी करेंगे।