N1Live Haryana सिरसा के गांवों के निवासियों ने आधी-अधूरी सड़कों का विरोध किया; अधिकारियों ने शीघ्र कार्रवाई का वादा किया
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सिरसा के गांवों के निवासियों ने आधी-अधूरी सड़कों का विरोध किया; अधिकारियों ने शीघ्र कार्रवाई का वादा किया

Residents of Sirsa villages protest half-constructed roads; officials promise quick action

सिरसा के कई गांवों में सड़क निर्माण कार्य कई महीनों से अधूरा पड़ा होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हरिपुरा से ढुडियांवाली और घुकांवाली से खाई शेरगढ़ तक की सड़कें बहुत खराब हालत में हैं। सड़कों पर पत्थर तो बिछा दिए गए हैं, लेकिन आगे कोई काम नहीं हुआ है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और वाहनों को नुकसान हो रहा है।

हरिपुरा, जगजीत नगर, ढुडियांवाली और पतिरथा के ग्रामीण विरोध प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए। ग्रामीण जुगराज सिंह, सुखदीप संधू, जसकरण सिंह, बजीर सिंह और अन्य ने कहा कि हरिपुरा से ढुडियांवाली तक की सड़क करीब 6 किलोमीटर लंबी है और उन्हें डबवाली-ऐलनाबाद स्टेट हाईवे-32 से जोड़ती है। पिछले आठ महीनों से सड़क खोदकर अधूरी पड़ी है। कुछ हिस्सों पर सिर्फ पत्थर लगे हैं।

अभी फसल का मौसम है। किसानों का कहना है कि अनाज से भरे ट्रैक्टर और बैलगाड़ी को मंडी तक ले जाना बहुत जोखिम भरा काम है। कई वाहनों के टायर फट चुके हैं और नुकीले पत्थरों से बैलों के पैर भी घायल हो चुके हैं। गांव वालों ने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही काम पूरा नहीं हुआ तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।

इसी तरह का मामला घुकांवाली से खाई शेरगढ़ तक की सड़क का भी है। चार महीने पहले पत्थर बिछाए गए थे, लेकिन उसके बाद से कोई और काम नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि पत्थर ढीले हो रहे हैं और दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोग दोपहिया वाहनों से गिर रहे हैं और टायर खराब हो रहे हैं।

घुकनवाली के कुलवंत सिंह, खाई शेरगढ़ के मांगेलाल और रवि कुमार और बस चालक सर्वजीत सिंह ने बताया कि उन्हें हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सर्वजीत ने बताया कि उनकी बस के टायर चार बार फट चुके हैं। उन्होंने कहा, “यात्रा में बहुत समय लगता है और यह बहुत असुरक्षित है।”

मार्केटिंग बोर्ड के एसडीओ लखवीर सिंह ने कहा, “हां, पत्थर वहां काफी समय से रखे हुए हैं और लोगों को परेशानी हो रही है। सर्दियों में काम नहीं हो पाया और अब फसल का मौसम है। मैंने ठेकेदार को जल्द काम पूरा करने को कहा है।”

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