शिमला, 9 अगस्त अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) इकाई ने आज यहां विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि विश्वविद्यालय प्रशासन विश्वविद्यालय में नई शिक्षा पुलिस (एनईपी) को लागू करे।
एबीवीपी (एचपीयू) के उपाध्यक्ष हनी शर्मा ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि एनईपी को पूरे देश में लागू किया गया है, लेकिन इसे अभी तक राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में लागू नहीं किया गया है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
एबीवीपी ने विश्वविद्यालय में छात्र केंद्रीय संघ (एससीए) चुनाव बहाल करने की भी मांग की। शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय में एससीए चुनाव खत्म होने से छात्र अपने लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “कार्यकारी परिषद की बैठकों में विश्वविद्यालय के हर वर्ग के प्रतिनिधि भाग लेते हैं, लेकिन छात्र संगठन का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं होता। प्रतिनिधित्व की इस कमी के कारण छात्रों को जरूरी सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है।”
एबीवीपी ने विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति और प्रशासनिक कार्यों के सुचारू संचालन और समय पर परिणाम घोषित करने के लिए 350 से अधिक रिक्त गैर-शिक्षण पदों को तत्काल भरने की भी मांग की। इसके अलावा, एबीवीपी ने मांग की कि सभी विभागों के लिए एक स्थायी परिसर स्थापित किया जाए। शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय में कई विभाग ऐसे हैं जिन्हें प्रयोगशाला सुविधाओं की आवश्यकता है, लेकिन उनके पास प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए जगह नहीं है।
एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। – टीएनएस