राज्य की राजधानी शिमला में गुरुवार को सड़कों की मरम्मत और पैचवर्क के कारण कई जगहों पर भारी जाम लग गया, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। शहर में दिन भर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिससे ऑफिस जाने वालों, छात्रों और दैनिक यात्रियों को भारी असुविधा हुई। खलिनी-विकासनगर, बोइल्यूगंज-टोटू और संजौली-ढल्ली सड़कों सहित प्रमुख मार्गों पर गड्ढों और क्षतिग्रस्त हिस्सों को एक साथ पक्का करने का काम चल रहा था, जिसके परिणामस्वरूप घंटों जाम लगा रहा। परेशान वाहन चालक और बस यात्री इस अफरा-तफरी में फंसे रहे, कई बसों के संचालन में दो घंटे तक की देरी हुई।
विकासनगर निवासी नीलम ने बताया कि उन्हें छोटी सी दूरी तय करने में एक घंटे से ज़्यादा का समय लग गया। उन्होंने कहा, “मैं अपने बच्चों को स्कूल से लेने गई थी, लेकिन घंटों जाम में फँसी रही। घर लौटते समय भी स्थिति वैसी ही रही।”
ठियोग से आए अमन ठाकुर ने भी ऐसी ही एक कहानी सुनाई। उन्होंने बताया, “मुझे आईजीएमसी में अपने एक रिश्तेदार से मिलने के लिए सुबह 11 बजे तक शिमला पहुँचना था, लेकिन ट्रैफिक जाम की वजह से मैं दोपहर 1 बजे के आसपास ही पहुँच पाया।”
शिमला के एसएसपी संजीव कुमार गांधी ने शहर में चल रहे पैचवर्क को जाम की वजह बताया। उन्होंने कहा, “सड़कों की हालत सुधारने के लिए मरम्मत कार्य ज़रूरी है। हालाँकि, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जनता को कम से कम असुविधा हो और यातायात यथासंभव सुचारू रहे।” पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद, मरम्मत और भीड़भाड़ के बोझ तले दबे पहाड़ी शहर में यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।