इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) कर्मचारियों ने राज्य सरकार से 2006 के वेतनमान से 159 प्रतिशत डीए वृद्धि से संबंधित उनकी लंबित फाइलों पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
आरकेएस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरविंद पाल ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को डीए और वेतन के रूप में दिवाली बोनस दिया है, लेकिन आरकेएस कर्मचारी, जो 2013 से सेवा दे रहे हैं, इस त्यौहारी सीजन को मनाने में असमर्थ हैं।
हमारे लिए काली दिवाली जहां कई परिवार खुशी से दिवाली मनाएंगे, वहीं आरकेएस कर्मचारी आर्थिक तंगी के कारण अंधेरे में रहेंगे। इस डीए समायोजन की अनुपस्थिति ने परिवारों पर भारी दबाव डाला है, जिससे बढ़ती महंगाई के इस दौर में दैनिक खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। – अरविंद पाल, अध्यक्ष, आरकेएस कर्मचारी संघ
उन्होंने कहा, “जहां कई परिवार खुशी के साथ दिवाली मनाएंगे, वहीं आरकेएस कर्मचारी आर्थिक तंगी के कारण अंधेरे में रहेंगे। इस डीए समायोजन की अनुपस्थिति ने परिवारों पर भारी दबाव डाला है, जिससे बढ़ती महंगाई के इस दौर में दैनिक खर्चों का प्रबंधन करना मुश्किल हो गया है।”
पाल ने कहा, “आरकेएस कर्मचारियों को 2006 के वेतनमान के बारे में केवल आश्वासन ही मिला है, जिससे आरकेएस पर हर महीने 5 से 6 लाख रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी समस्या का समाधान करेगी ताकि वे भी अपने प्रियजनों के साथ त्योहार मना सकें।”
आरकेएस कर्मचारी आईजीएमसी में आईटी अनुभाग में डाटा एंट्री ऑपरेटर, डार्क रूम सहायक, लैब सहायक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में काम करते हैं।