यमुनानगर, 21 जून राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जिला योजना के तहत जिले में विकास कार्य कराने के लिए 19.15 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) आयुष सिन्हा, जो यमुनानगर के मुख्य योजना एवं विकास अधिकारी भी हैं, ने इस संबंध में कई विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में उन्होंने अधिकारियों से योजना के तहत किए जाने वाले नए विकास कार्यों से संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा।
एडीसी ने बताया कि जिला योजना के तहत यमुनानगर जिले के लिए 19,15,80,000 रुपये की राशि आवंटित की गई है। नए विकास कार्यों के लिए 16,71,64,000 रुपये खर्च किए जाएंगे। शेष 2,44,16,000 रुपये लंबित कार्यों को पूरा करने के लिए खर्च किए जाएंगे।
यमुनानगर की योजना अधिकारी रानी ने बताया कि नई परियोजनाओं के लिए सामान्य घटक वर्ग के तहत 9,75,84,000 रुपये खर्च किए जाएंगे। शेम ने कहा कि अनुसूचित जाति घटक वर्ग के अंतर्गत कार्यों के लिए 6,95,80,000 रुपये खर्च किए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार, विभाग के अधिकारी 5 लाख रुपए तक के विकास कार्य खुद करवा सकते हैं, जबकि 5 लाख रुपए से अधिक के विकास कार्य के लिए उन्हें टेंडर जारी करना होगा।
एडीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्य करवाने वाली एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे मूल जियोटैग अवश्य प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि जो एजेंसियां मूल जियोटैग प्रस्तुत नहीं करेंगी, उन्हें भुगतान नहीं किया जाएगा।
सिन्हा ने कहा, “मैं साइट पर जाकर विकास कार्यों का निरीक्षण करूंगा। काम की गुणवत्ता के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने अधिकारियों को जिला योजना के तहत जारी बजट को समय पर खर्च करने के भी निर्देश दिए ताकि जनता को इसका लाभ मिल सके।
आयुष सिन्हा ने कहा, “मैंने अधिकारियों को पेयजल, सिंचाई, खेल, गलियों और नालियों का निर्माण, पशु देखभाल और जल निकासी सहित जनहित से जुड़ी सुविधाओं को प्राथमिकता देने को कहा है।”