शिमला, 11 जुलाई मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि कांगड़ा के धगवार गांव में अत्याधुनिक दूध प्रसंस्करण संयंत्र के निर्माण के लिए 201 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सुक्खू ने यहां जारी एक बयान में कहा कि इस संयंत्र का विकास राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के सहयोग से किया जा रहा है और इसका निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू होने वाला है।
उन्होंने कहा, “प्लांट की शुरुआती क्षमता 1.50 लाख लीटर प्रतिदिन होगी, जिसे बढ़ाकर 3 लाख लीटर प्रतिदिन किया जा सकता है। इस पूरी तरह से स्वचालित प्लांट का उद्देश्य दही, लस्सी, मक्खन, घी, पनीर, फ्लेवर्ड मिल्क, खोया और मोजरेला चीज़ जैसे विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पाद तैयार करना है।”
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से कांगड़ा, हमीरपुर, चंबा और ऊना जिलों के किसानों की आर्थिक समृद्धि बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “जैसे-जैसे परियोजना पर काम आगे बढ़ेगा, यह डेयरी फार्मिंग समुदाय में समृद्धि लाने और किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य सुनिश्चित करने के लिए तैयार है।”
सुखू ने कहा कि यह पहल किसानों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। उन्होंने कहा, “एक बार जब धगवार प्रसंस्करण संयंत्र चालू हो जाएगा, तो सरकार वहां दूध पाउडर, आइसक्रीम और विभिन्न प्रकार के पनीर का उत्पादन शुरू करने की योजना बना रही है।”
उन्होंने किसानों के कल्याण के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि दूध खरीद दरों में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि गाय के दूध की खरीद कीमत 32 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 45 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध की खरीद कीमत 55 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है।
उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना जरूरी है। किसानों को आर्थिक रूप से स्थिर और मजबूत बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लक्ष्य को हासिल किए बिना, समृद्ध और आत्मनिर्भर हिमाचल की परिकल्पना अप्राप्य है।”