चंडीगढ़, 22 जून, 2025: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के मुख्य प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने शनिवार को पंजाब कैबिनेट द्वारा मुख्यमंत्री के स्थान पर मुख्य सचिव को राज्य के विकास प्राधिकरणों का अध्यक्ष नियुक्त करने के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई।
क्लेर ने कहा, “विकास प्राधिकरण बोर्ड के ढांचे में पंजाब के मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष हैं और मंत्री इसके आधिकारिक सदस्य हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पंजाब कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को इस संवैधानिक पद से हटाकर मुख्य सचिव को इसकी अध्यक्षता सौंप दी है।”
इस कदम को “गलत और अलोकतांत्रिक” बताते हुए क्लेर ने कहा, “यह सिर्फ़ प्रशासनिक फेरबदल नहीं है। यह एक निर्वाचित प्रतिनिधि के अधिकार का सीधा अपमान है। नौकरशाही नियंत्रण के पक्ष में लोगों की इच्छा को दरकिनार कर दिया गया है।”
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि यह निर्णय पंजाब की निर्वाचित सरकार से वास्तविक शक्ति दिल्ली को हस्तांतरित करने के बड़े एजेंडे का हिस्सा है।
क्लेर ने आरोप लगाया, “यह अरविंद केजरीवाल द्वारा पिछले दरवाजे से पंजाब पर नियंत्रण करने की कोशिश का एक और कदम है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि पंजाब पर गैर-पंजाबियों द्वारा दूर से शासन किया जा रहा है।” शिअद ने इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की है और सभी लोकतांत्रिक ताकतों से इसे असंवैधानिक सत्ता हथियाने का विरोध करने का आग्रह किया है।