गुरुग्राम,1 अगस्त सॉलिड वेस्ट एनवायरनमेंट एक्सजेंसी प्रोग्राम (SWEEP) के तहत जुलाई में सेकेंडरी कलेक्शन पॉइंट्स से 58,701 मीट्रिक टन कचरा उठाकर बंधवारी लैंडफिल में पहुंचाया गया।
गुरुग्राम निवासियों ने बिगड़ती स्वच्छता स्थितियों पर अपनी चिंता व्यक्त की थी, जिसके कारण शहर में सफाई सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया था। नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी) के अधिकारियों का कहना है कि एक्सजेंसी प्रोग्राम का उद्देश्य भविष्य में स्वच्छता संकट को रोकने के लिए एक स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल स्थापित करना भी है। गुरुग्राम
एमसी के कार्यकारी अभियंता (स्वच्छ भारत मिशन) निजेश कुमार के अनुसार, “इस विशेष स्वच्छता अभियान के तहत, एमसी के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों को साफ करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया गया है।”
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां सड़कों, गलियों, ग्रीन बेल्ट, बाजारों व अन्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई व्यवस्था में सुधार किया गया है, वहीं दूसरी तरफ संवेदनशील स्थानों व सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा एकत्रित कर वैज्ञानिक तरीके से निपटान के लिए बंधवाड़ी स्थित डिस्पोजल प्लांट में भेजा गया है।
समाचार पत्रों के माध्यम से रुचि पत्र प्रकाशित कर तथा पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए निजी एजेंसियों को आमंत्रित किया गया। एजेंसियों को 390 रुपये प्रति टन की दर से कूड़ा संग्रहण का कार्य सौंपा गया। ये एजेंसियां सेकेंडरी कूड़ा संग्रहण प्वाइंट से कूड़ा एकत्रित कर बंधवाड़ी पहुंचाती हैं, जहां वे इसका वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन व निपटान भी सुनिश्चित करती हैं।
नगर निगम ने अन्य एजेंसियों को भी आमंत्रित करते हुए कहा है कि यदि वे बंधवाड़ी में निर्धारित दर 390 रुपये प्रति टन से कम दर पर कूड़ा एकत्रित व प्रबंधित कर सकें, तो वे कभी भी नगर निगम में शामिल हो सकते हैं।
कुमार ने कहा कि गुरुग्राम नगर निगम जुलाई में एकत्रित, उठाए गए व बंधवाड़ी लैंडफिल तक पहुंचाए गए ठोस कूड़े के लिए कूड़ा उठाने वाली एजेंसियों को 2.28 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। हालांकि, स्वीप के तहत क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित डंपरों के उपयोग का भुगतान एजेंसियां ही करेंगी
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