उच्च शिक्षा और कौशल विकास को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, उत्कृष्टता केंद्र (सीओई), राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, संजौली ने विद्यार्थियों के व्यावसायिक कौशल को बढ़ाने, उनकी रोजगार क्षमता में सुधार लाने और उन्हें वास्तविक उद्योग आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से बद्दी विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
समझौते के अनुसार, दोनों संस्थान संयुक्त रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम, विशेषज्ञ व्याख्यान, कार्यशालाएँ, औद्योगिक दौरे और इंटर्नशिप आयोजित करेंगे। छात्रों को बद्दी विश्वविद्यालय के उन्नत शिक्षण संसाधनों, प्रयोगशालाओं और अनुसंधान सुविधाओं तक पहुँच प्राप्त होगी, जिससे उनकी शैक्षणिक और तकनीकी प्रगति सुनिश्चित होगी।
इस अवसर पर बोलते हुए, जीसी संजौली की प्रिंसिपल डॉ. भारती भांगड़ा ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन छात्रों को न केवल अकादमिक ज्ञान, बल्कि उद्योग जगत की माँग के अनुरूप पेशेवर दक्षता से भी लैस करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस तरह के सहयोग संस्थानों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचने में मदद करते हैं।”
बद्दी विश्वविद्यालय के डीन, प्रोफ़ेसर अरुण कांत पनोली ने कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से, दोनों संस्थान हिमाचल प्रदेश के छात्रों को उत्कृष्टता की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आगे कहा, “यह समझौता ज्ञापन शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटेगा और नवाचार एवं अनुसंधान को भी बढ़ावा देगा।”
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