लखनऊ, 28 जून समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने फैजाबाद से नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद को ‘राजा अयोध्या’ कहा है। इसके बाद भाजपा और उसके सहयोगी दल हमलावर हो गए हैं।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी सरकार में मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद ने निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र में किसी को राजा कहना न्यायोचित नहीं है। देश के संवैधानिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधि जनसेवक होता है। राजा आदेश देता है, जनसेवक सेवा करता है। भगवान राम ने कमजोरों को गले लगाया, दुख को खत्म कर सुख देने की नीति बनाई। जिस पार्टी ने कमजोरों के आरक्षण का बिल फाड़ दिया हो, सामाजिक न्याय की रिपोर्ट का विरोध किया हो, ये कौन से राजा और किस प्रकार के न्याय की बात करते है? आज के लोकतंत्र में राजा किसी को कहना उचित नहीं है।
अखिलेश यादव की ओर से यूपी की कानून-व्यवस्था को फेल बताए जाने पर संजय निषाद जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पर उनकी ओर से दिया गया बयान शोभा नहीं देता। अराजकता की बात वो न करें। अखिलेश यादव का अपना समय देखना चाहिए, तब कितना अपराध होता था। योगी सरकार में अपराध पर लगाम लगा है, हम जीरो टॉलरेंस पर काम कर रहे हैं। सपा कार्यकाल के मुकाबले भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर है।
संजय निषाद ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आपातकाल किससे प्रेरित होकर लगाया गया था, वो राजनीति से प्रेरित था। हम इस दिन को काला दिवस के तौर पर मनाते हैं और वो हमेशा मनाया जाएगा। उस समय जिसने भी जनता की आवाज उठाई, सभी को जेल में बंद कर दिया गया। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। आपातकाल लोकतंत्र की हत्या थी, आने वाली पीढ़ी इसे काले दिन में रुप में याद रखेगी।
अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि हम भी अमेरिका पर आरोप लगाते हैं कि अमेरिका ने भारत के चुनाव को प्रभावित किया। सोशल मीडिया के तमाम तंत्र विदेशी देशों के हैं। उनका नियम है कि जो गलत काम करेगा, उसे बंद कर दिया जाएगा। आरक्षण, संविधान को लेकर मोदी और अमित शाह का जब गलत वीडियो चला तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, क्यों तत्काल प्रभाव से उसे बंद नहीं किया गया ? हम चाहेंगे कि ऐसे वीडियो की जांच हो और जांच के बाद ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो।