जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार को सतनाली-2 ग्राम पंचायत को जन्म के समय लिंगानुपात (एसआरबी) के आधार पर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया। गांव में 2024 में प्रत्येक 1,000 लड़कों पर 1,232 लड़कियों का जन्म होगा, जबकि महेंद्रगढ़ का औसत एसआरबी 902 था। इस अवसर पर राज्य सरकार की योजना के अनुसार गांव की तीन मेधावी छात्राओं को भी अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया।
उपायुक्त विवेक भारती ने बताया, “इस योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग दसवीं कक्षा में सबसे अधिक अंक लाने वाली सरकारी स्कूलों की तीन लड़कियों को सम्मानित करता है। इस योजना के तहत मैट्रिक परीक्षा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली सतनाली-2 स्कूल की तीन लड़कियों को क्रमश: 75,000 रुपये, 45,000 रुपये और 30,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।”
उन्होंने बताया कि सम्मानित होने वाली छात्राओं में वर्षा, जिसने 90.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, खुशबू, जिसने 89.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए तथा आशा, जिसने मैट्रिक परीक्षा में 89 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के कारण लड़कियां अब हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं।’’
डीसी ने लोगों से आग्रह किया कि यदि उन्हें लिंग निर्धारण गतिविधियों में संलिप्त किसी व्यक्ति के बारे में जानकारी मिले तो वे जिला प्रशासन, नजदीकी सरकारी अस्पताल या नारनौल में सिविल सर्जन कार्यालय को सूचित करें।
उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले की पहचान और पता गोपनीय रखा जाएगा तथा सरकार अधिकारियों को सूचना देने पर इनाम के तौर पर एक लाख रुपये की वित्तीय प्रोत्साहन राशि देने की पेशकश कर रही है।
सिविल सर्जन डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि सतनाली-2 गांव में पिछले वर्ष जन्मे 58 बच्चों में से 26 लड़के और 32 लड़कियां थीं, तथा एसआरबी 1,232 आया। उप सिविल सर्जन (पीएनडीटी) डॉ. विजय यादव ने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक विकास के लिए लड़कियों को शिक्षित करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा, “प्रत्येक शिक्षित लड़की अपने मातृ एवं पितृ परिवार दोनों की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।” अभिनंदन कार्यक्रम में नगर निगम आयुक्त मंजीत कुमार, डीडीपीओ हरिप्रकाश बंसल, सतनाली-2 की सरपंच मनीषा और एसएमओ डॉ. विक्रम दिसोदिया उपस्थित थे।
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