ग्रेटर नोएडा, 3 जनवरी स्क्रैप माफिया और सरिया तस्कर रवि काना की तलाश में अब पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। इस बार पुलिस के चंगुल से उसके लिए बच निकलना मुश्किल होगा।
नोएडा में 26 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप करने के बाद उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब बताया जा रहा है कि रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई है। रवि काना को हरेंद्र प्रधान हत्याकांड के बाद सरकारी सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई।
जानकारी मिली है कि स्क्रैप तस्करी से कमाया गया कुछ पैसा पुलिस ने जब्त भी कर लिया है। रवि काना की गिरफ्तारी के लिए पिछले 24 घंटे में ताबड़तोड़ दबिश दी गई। रवि काना दादूपुर गांव के पूर्व प्रधान हरेंद्र नागर का छोटा भाई है। वर्ष 2015 में हरेंद्र प्रधान की हत्या के बाद रवि काना और हरेंद्र नागर की पत्नी बेवन नागर को पुलिस सुरक्षा दी गई थी।
उस दौरान कहा गया था कि रवि काना, राजकुमार और बेवन नागर को जान का खतरा है। जिसके बाद रवि काना के साथ राजकुमार और बेवन नागर को सरकारी गनर मिले। रवि काना के खिलाफ नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई थानों में काफी संगीन मुकदमे दर्ज हैं। स्क्रैप माफिया रवि काना की भाभी बेवन नागर भारतीय जनता पार्टी की नेत्री हैं। कुछ महीना पहले बेबन नागर को ग्रेटर नोएडा में ऊर्जा मंत्री ने भाजपा की सदस्यता दिलवाई थी। उससे पहले बेबन नागर समाजवादी पार्टी की नेत्री थीं।
वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव में बेवन नागर समाजवादी पार्टी के टिकट पर जेवर से चुनाव लड़ने वाली थी। काफी बार शिवपाल यादव इनके दादूपुर गांव में स्थित घर भी आ चुके हैं, लेकिन जैसे ही उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आई तो उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया।
दूसरी तरफ रवि काना एक बड़ा स्क्रैप माफ़िया है। इसके गैंग के लोग सरिया और लोहा लाने वाले ट्रक ड्राइवर से सेटिंग कर कुछ माल उतरवा लिया करते थे और जिस कंपनी में माल जाता था, वहां के मैनेजर को धमकाकर पूरा वजन लिखने की बात करते थे। ग्रेटर नोएडा इलाके में चलने वाली हर इंडस्ट्री से निकलने वाला स्क्रैप और लोहे का कबाड़ भी बाहुबल के जरिए रवि काना अपने गैंग को ही दिलवाता था।