चंडीगढ : सेक्टर 25 के 18 वर्षीय विकास कन्हैया की 2016 में हुई हत्या के मामले में एक स्थानीय अदालत ने सात आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
दोषी राजू, विकास पल्सिया, कुलदीप, सूरज, रोहित, विशाल और लटूरी हैं। पुलिस ने काला की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। आरोपी ने 3 अगस्त 2016 को दिनदहाड़े सेक्टर 25 के बाजार में कन्हैया पर उस समय हमला किया जब वह अपने दोस्त के साथ स्कूटर पर बैठा था।
काला ने कहा कि कन्हैया ने भागने की कोशिश की तो हमलावरों ने उसका पीछा किया और धारदार हथियारों से उस पर हमला कर दिया। वह और उसका दोस्त कन्हैया को पीजीआई ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरी घटना बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई।
आरोपियों के वकील ने तर्क दिया कि उन्हें मामले में झूठा फंसाया गया है। लोक अभियोजक जेपी सिंह ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने संदेह की छाया से परे मामले को साबित कर दिया है। अदालत ने इससे पहले 2018 में मामले में दो किशोरों को दोषी ठहराया था।