केरल के कोच्चि के पास सिंगापुर के जहाज ‘एमवी वान हाई 503’ में लगी आग को काबू करने और जहाज को बचाने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी), नौसेना और वायुसेना ने मिलकर सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दिया है। 13 जून को खराब मौसम के बावजूद आईसीजी ने जहाज को केरल तट से दूर रखा था, लेकिन अचानक मौसम की स्थिति खराब होने और तेज पश्चिमी हवाओं के कारण यह खतरनाक तरीके से तटरेखा की ओर बह गया।
नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टर ने कोच्चि से उड़ान भरकर कठिन परिस्थितियों में सैल्वेज टीम को जहाज पर उतारा। इसके बाद टीम कोच्चि के तट से लगभग 20 समुद्री मील दूर ऑफशोर वॉरियर से 600 मीटर की टो रस्सी जोड़ने में सफल रही। अब जहाज को 1.8 नॉट की गति से पश्चिम की ओर खींचा जा रहा है और यह तट से 35 नॉटिकल मील दूर है।
भारतीय तटरक्षक बल के तीन जहाज इस कंटेनर जहाज की निगरानी और आग बुझाने का काम जारी रखे हुए हैं। अब जहाज पर सिर्फ धुआं और कुछ अलग-अलग हॉटस्पॉट बचे हैं, जो आईसीजी की प्रभावी आग बुझाने की कोशिशों का नतीजा है, जिसने एक बड़ी पर्यावरणीय आपदा को टालने में मदद की है।
आईसीजी शिपिंग महानिदेशालय के साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर रहा है कि जहाज भारतीय तट से कम से कम 50 नॉटिकल मील दूर रहे, जब तक कि इसके मालिक इसकी स्थिति पर फैसला नहीं लेते। अतिरिक्त अग्निशामक टगबोट के आने से स्थिति और बेहतर होने की उम्मीद है।
हाल ही में केरल तट से लगभग 70 समुद्री मील दूर मालवाहक जहाज में आग लग गई थी। जहाज पर सवार 22 लोगों में से 18 चालक दल के सदस्यों को समुद्र में कूदने के बाद बचा लिया गया था, जबकि जहाज के अग्नि और सुरक्षा विभाग से जुड़े चार अन्य सदस्यों का पता लगाया जा रहा है।
इससे पहले, ताइवान ने सिंगापुर के मालवाहक जहाज वान हाई 503 के 18 चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया था।