इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), सिरसा ने किसी भी आपदा या आपात स्थिति में लोगों की मदद करने के लिए एक योजना की घोषणा की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना की बहादुरी से प्रेरित होकर, आईएमए के सदस्यों ने किसी भी आपदा के दौरान घायलों को मुफ्त चिकित्सा उपचार देने का संकल्प लिया है।
आईएमए के प्रदेश संरक्षक डॉ. वेद बैनीवाल ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि जब भी देश पर संकट आया है, चाहे वह प्राकृतिक आपदा हो, महामारी हो या युद्ध, आईएमए हमेशा सबसे आगे खड़ा रहा है। कोविड-19 महामारी के दौरान जब रक्त की कमी थी, तो सिरसा आईएमए ने रक्तदान शिविर आयोजित कर कई लोगों की जान बचाई।
मौजूदा हालात को देखते हुए सिरसा आईएमए ने आपात बैठक कर पूरी तरह तैयार रहने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए चार डॉक्टरों डॉ. जीके अग्रवाल, डॉ. एसपी शर्मा, डॉ. आशीष खुराना और डॉ. वीरेश भूषण की समन्वय समिति बनाई गई है।
इलाज के लिए पहला बेस अस्पताल संजीवनी अस्पताल होगा, जरूरत पड़ने पर और अस्पतालों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जिला प्रशासन की मदद से विस्तृत योजना पहले ही बना ली गई है। डॉक्टर सरकार के किसी भी आदेश का तुरंत पालन करने के लिए तैयार हैं।
डॉ. वीरेश भूषण ने आपदाओं के दौरान अपनाई जाने वाली सुरक्षा युक्तियों के बारे में भी बताया। आईएमए जल्द ही लोगों को आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार देने का तरीका सिखाने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन करेगा।
आईएमए के जिला अध्यक्ष डॉ. गौरव मेहता ने लोगों से आपातकालीन स्थिति में गलत जानकारी न फैलाने और न ही उस पर विश्वास करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी को सलाह दी कि केवल पुष्ट समाचार ही साझा करें ताकि समुदाय में दहशत और भय न फैले।
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