हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने गुरुवार को भटियात विधानसभा क्षेत्र में स्वामी श्री हरिगिरी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत स्वामी श्री राजेश्वरानंद भारती (एसएसआरबी) नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान, ककीरा में पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए पठानिया ने क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में स्वामी श्री हरिगिरी मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग कोर्स शुरू होने से उन छात्रों को लाभ होगा जिन्होंने अपना जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) डिप्लोमा पूरा कर लिया है, क्योंकि इससे वे संस्थान में दो वर्षीय बीएससी नर्सिंग की डिग्री प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि संस्थान 2023 से नियमित बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम चला रहा है। संस्थान के प्रबंधन के अनुरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए पठानिया ने आश्वासन दिया कि निकट भविष्य में एमएससी नर्सिंग कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्थान जल्द ही क्षेत्र में एक प्रमुख मेडिकल कॉलेज के रूप में अपनी पहचान बनाएगा।
अध्यक्ष ने ककीरा प्राथमिक स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में अपग्रेड करने की भी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय युवाओं के लिए शिक्षा के अवसर बढ़ाने के लिए भट्टियात क्षेत्र में एक कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा।
संस्थान की उपलब्धियों की सराहना करते हुए पठानिया ने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाली नर्सिंग शिक्षा और मजबूत सामाजिक मूल्यों पर इसके फोकस के कारण देश भर के चिकित्सा संस्थानों में इसके प्रशिक्षुओं की भर्ती हो रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस सफलता ने न केवल संस्थान को प्रतिष्ठा दिलाई है, बल्कि इसके छात्रों के लिए 100% प्लेसमेंट भी सुनिश्चित किया है।
इस अवसर पर एसएसआरबी नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान की प्रिंसिपल कांता अजय कुमार के अलावा एसडीएम पारस अग्रवाल, डीएसपी योगराज चंदेल और डीएफओ रजनीश महाजन भी मौजूद थे। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने ककीरा स्थित स्वामी श्री हरिगिरि संन्यास आश्रम में आयोजित पांच दिवसीय श्री महारुद्र यज्ञ महोत्सव के समापन समारोह में भाग लिया।
पठानिया ने कहा कि काकीरा में संन्यास आश्रम की स्थापना स्वामी श्री हरिगिरि महाराज ने की थी, जिन्होंने गहरी आध्यात्मिक भक्ति के साथ जन कल्याण को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि इस विरासत को स्वामी राजेश्वरानंद भारती ने आगे बढ़ाया है और आज स्वामी श्री हरिगिरि चैरिटेबल ट्रस्ट समाज की सेवा के लिए समर्पित है।
अध्यक्ष ने बताया कि संन्यास आश्रम के तत्वावधान में पिछले 57 वर्षों से श्री महारुद्र यज्ञ महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के आध्यात्मिक आयोजन समाज में सद्भाव, शांति और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देते हैं।
यज्ञ महोत्सव के आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए पठानिया ने सनातन धर्म की परंपराओं को बनाए रखने में संतों और आश्रमों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने स्वामी श्री हरिगिरि चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे धर्मार्थ और कल्याणकारी कार्यों की सराहना की और स्थानीय समुदाय से ऐसे आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।