सिरसा नगर परिषद में 56.3 प्रतिशत मतदान हुआ। कुल 1,60,036 पंजीकृत मतदाताओं में से 90,117 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) नेता गोपाल कांडा के समर्थकों के बीच मतदान केंद्र के निकट नारेबाजी को लेकर बहस हो गई।
विधायक सेतिया के मौके पर पहुंचने पर स्थिति और बिगड़ गई और डीएसपी विकास कृष्ण के साथ उनकी थोड़ी बहस भी हुई। हालांकि, अधिकारियों ने बीच-बचाव कर स्थिति को काबू में कर लिया। कथित मतदाता धोखाधड़ी की कई घटनाएं सामने आईं। कुछ मतदाताओं को पता चला कि उनके पहुंचने से पहले ही उनके वोट डाले जा चुके थे।
सिरसा के वार्ड नंबर 21 में ओम प्रकाश गोयल को इस मुद्दे का सामना करना पड़ा और उन्होंने जांच की मांग की। चर्चा के बाद अधिकारियों ने उन्हें टेंडर वोट डालने की अनुमति दे दी। मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर की सुविधा न होने के कारण कई बुजुर्ग और विकलांग मतदाताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सिरसा के सरकारी नेशनल कॉलेज में भाजपा के राज्य सचिव सुरेंद्र आर्य ने सुरक्षा अधिकारियों से व्हीलचेयर की व्यवस्था करने का अनुरोध किया।
वार्ड की सीमाओं में बदलाव के कारण कई मतदाताओं को अपना मतदान केंद्र खोजने में परेशानी हुई। कुछ मतदाताओं को कई स्थानों पर भेजा गया, जबकि अन्य को पता चला कि उनके परिवार के सदस्य अलग-अलग वार्डों में पंजीकृत हैं।
वार्ड 12 में बेगू रोड पर रहने वाले मतदाता यह देखकर हैरान रह गए कि उनका नाम रामनगरिया में दर्ज है। इस भ्रम से निराश होकर कुछ मतदाताओं ने अपने वोट का इस्तेमाल न करने का फैसला किया।
फतेहाबाद जिले के जाखल में ईवीएम में खराबी के कारण मतदान बाधित हुआ। वार्ड नंबर 4 में ईवीएम ने काम करना बंद कर दिया, जिससे करीब एक घंटे तक मतदान बाधित रहा। मतदान के बाद ईवीएम को सील कर दिया गया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया।