प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी), चंडीगढ़ ने गुरुवार को ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर सिरसा में एक मीडिया कार्यशाला “वार्ता” का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम, पर्यावरण संरक्षण और मीडिया की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि मीडिया के सहयोग और किसानों के सहयोग से इस साल पराली जलाने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान और किसानों के साथ बेहतर समन्वय से पराली प्रबंधन में सुधार हुआ है।
शर्मा ने कहा कि मीडिया नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, उन्होंने बताया कि प्रशासन नियमित रूप से मेडिकल स्टोरों की जांच करता है।
सिरसा के पुलिस अधीक्षक दीपक सहारन ने पत्रकारों से संवेदनशीलता से रिपोर्टिंग करने और तथ्यात्मक व सकारात्मक खबरों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सशक्त संदेश नशा करने वालों को मदद लेने और नशामुक्ति केंद्रों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से सर्दियों में कोहरे के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैक्टर-ट्रेलरों पर रिफ्लेक्टर लगाने की भी अपील की।
डबवाली की एसपी निकिता खट्टर ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी एक गहरी सामाजिक समस्या है जो परिवारों को बर्बाद कर देती है। उन्होंने मीडिया से सनसनीखेज खबरें फैलाने से बचने और मादक पदार्थों को एक गंभीर अपराध और सामाजिक मुद्दे के रूप में रिपोर्ट करने का आग्रह किया।

