‘रिजल्ट जारी करो या फांसी दो’ के नारे के साथ छात्रों ने मंगलवार को रांची में झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का दफ्तर घेर लिया। प्रदर्शनकारी छात्र जेपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा, सीडीपीओ, फूड सेफ्टी ऑफिसर एवं कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं का महीनों से पेंडिंग रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं।
छात्रों का एक समूह ओल्ड जेल चौक के पास स्थित आयोग के दफ्तर के समक्ष पिछले सात दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठा है। उनकी स्थिति बिगड़ती देख मंगलवार को राज्य के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और उनके परिजन प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे हैं।
भूख हड़ताल पर बैठे झारखंड राज्य छात्र संघ के अध्यक्ष सत्यनारायण शुक्ला ने कहा कि जेपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 10 माह पहले आयोजित हुई थी। आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने अगस्त, 2024 में ही इसका रिजल्ट तैयार कर लिए जाने की बात कही थी, लेकिन आज तक अज्ञात कारणों से इसका प्रकाशन नहीं हुआ है।
परीक्षा में शामिल हुए छात्रों का भविष्य अधर में लटका है। मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि रिजल्ट कब जारी होगा। ऐसे में अब हमारी मांग है कि आयोग अगर परीक्षाओं के रिजल्ट नहीं दे सकता तो हम छात्रों को फांसी दे दे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अभ्यर्थियों द्वारा रिजल्ट प्रकाशन की मांग को लेकर आंदोलन के संबंध में पूछे जाने पर कहा था कि जेपीएससी एक स्वायत्त निकाय है और राज्य सरकार सीधे तौर पर इसके मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि आयोग जल्द ही रिजल्ट जारी कर देगा।
जेपीएससी की 11वीं से 13वीं सिविल सेवा की परीक्षा का विज्ञापन वर्ष 2024 के जनवरी में ही जारी हुआ था। इसकी प्रारंभिक परीक्षा मार्च में ली गई थी, जिसमें 3.50 लाख से भी ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसका रिजल्ट 22 अप्रैल को जारी किया गया था।
रिजल्ट के आधार पर 7,011 परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए चयनित हुए थे। इसके बाद मुख्य परीक्षा 22 से 24 जून, 2024 तक विभिन्न परीक्षा केंद्रों में आयोजित हुई थी। इस परीक्षा के जरिए कुल 342 पदों पर नियुक्ति की जानी है।
जेपीएससी के कैलेंडर के अनुसार, इसका रिजल्ट पिछले वर्ष अगस्त में ही घोषित कर दिया जाना था। आयोग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. मेरी नीलिमा केरकेट्टा अगस्त महीने में ही रिटायर हो गईं। इसके बाद छह माह से भी अधिक समय तक अध्यक्ष का पद रिक्त पड़ा रहा।
27 फरवरी, 2025 को सरकार ने सेवानिवृत्त आईएएस एल. खियांग्ते को जेपीएससी का अध्यक्ष नियुक्त किया तो परीक्षार्थियों में उम्मीद जगी थी कि रिजल्ट जल्द घोषित कर दिया जाएगा। नए अध्यक्ष की नियुक्ति के भी करीब ढाई माह गुजरने को हैं, लेकिन आयोग ने अब तक रिजल्ट रोक रखा है। इस वजह से 14वीं सिविल परीक्षा का विज्ञापन भी जारी नहीं हो पा रहा है।