मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के चौपाल क्षेत्र के कुपवी में आयोजित एक समारोह में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना के तहत 2,171 पात्र महिलाओं को 97.69 लाख रुपये वितरित किए।
उन्होंने क्षेत्र के लोगों के लिए 81.83 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, “इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना के नियमों को कुपवी की महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए संशोधित किया जाएगा ताकि कामकाजी महिलाओं को छोड़कर सभी को 1,500 रुपये का मासिक भत्ता मिल सके।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के आदर्श वाक्य के साथ काम कर रही है और हिमाचल को आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से कई योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए हैं और ‘यह पहली बार है कि दूध की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय किया गया है।’
उन्होंने कहा कि कुपवी को जिला परिषद में एक अलग वार्ड के रूप में स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे तथा सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य तथा लोक निर्माण विभागों के उपमण्डलाधिकारियों को अधिक कुशल प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए कार्यकारी अभियंता की शक्तियां प्रदान की जाएंगी।
सुक्खू ने कहा कि कुपवी में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) खोलने की संभावना तलाशी जाएगी। उन्होंने उपस्थित लोगों को आश्वासन दिया कि क्षेत्र में पहले से घोषित परियोजनाओं की आधारशिला जल्द ही रखी जाएगी और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए योग्य डॉक्टरों सहित पर्याप्त चिकित्सा स्टाफ की तैनाती की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कई सड़क परियोजनाओं को लोगों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के संसाधनों की रक्षा और सामाजिक समानता और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने दावा किया, “हिमाचल प्रदेश गेहूं और मक्का के लिए सबसे अधिक समर्थन मूल्य देने वाला पहला राज्य बन गया है।”
स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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