बेंगलुरू, बेंगलुरू में एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया। शुरुआती जांच के दौरान पता चला कि असम का यह युवक अल कायदा में शामिल होने के लिए तैयार था और उसने देश के खिलाफ जिहाद छेड़ने में समर्थन देने का वादा किया था। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। रविवार की रात केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) के विशेष विंग ने आंतरिक सुरक्षा डिवीजन (आईएसडी) और इंटेलिजेंस विंग के समन्वय में शहर के तिलकनगर इलाके में एक आवास पर छापा मारा, जिसकी पहचान संदिग्ध आतंकवादी असम के अख्तर हुसैन के रूप में हुई।
हुसैन के अलावा चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
शुरुआत में संदेह था कि उसने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकवादी समूह के लिए काम किया था।
पुलिस के मुताबिक, हुसैन ने फेसबुक और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए वैश्विक आतंकी संगठनों से संपर्क बनाए हैं।
सूत्रों ने दावा किया कि उसके बाद संगठनों ने उससे संपर्क किया, जिसके बाद हुसैन कश्मीर जाने के लिए तैयार था और वहां से वह अल कायदा के गुर्गो से मिलने की योजना बना रहा था।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उसने मोहल्ले में बच्चों के अलावा किसी से बात नहीं की।
उन्होंने कहा कि हुसैन एक फूड डिलीवरी बॉय था और देर रात तक काम करता था और हमेशा चुप रहता था।
बेंगलुरू पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि तिलकनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पांचों लोगों से पूछताछ की जा रही है।
जून में हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन से जुड़े तालिब हुसैन को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया था।
हुसैन की गिरफ्तारी के साथ ही बेंगलुरू के आतंकवादियों और राष्ट्र विरोधी ताकतों के लिए स्लीपर सेल होने की बहस सामने आई।
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