अमरावती, 12 अप्रैल । तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने कथित तौर पर अपने महासचिव नारा लोकेश के फोन टैप किए जाने की शिकायत भारतीय निर्वाचन आयोग से की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के इशारे पर कुछ पुलिस अधिकारी लोकेश का फोन टैप कर रहे हैं। पूर्व राज्यसभा सदस्य के. रवींद्र कुमार ने शुक्रवार को इस संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि लोकेश को आई-फोन से अलर्ट मिला, जिसमें बताया गया कि उनका फोन अज्ञात एजेंसियों द्वारा पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग करके टैप किया गया था। पिछले महीने भी उन्हें अलर्ट मिला था।
टीडीपी नेता ने लिखा कि उन्होंने बार-बार बताया है कि डीजीपी राजेंद्रनाथ रेड्डी और खुफिया विभाग के प्रमुख पीएसआर अंजनेयुलु वाईएसआरसीपी के “चाटुकार” बन गए हैं और आंध्र प्रदेश के आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में एनडीए गठबंधन सहयोगियों की संभावनाओं को खतरे में डालने के लिए “अनैतिक और गैरकानूनी कृत्यों” का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने दोहराया कि राजेंद्रनाथ रेड्डी लंबे समय से प्रभारी के रूप में डीजीपी के पद पर हैं जो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। टीडीपी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि अंजनेयुलु राज्य सरकार का “गुर्गा” है और इस अधिकारी की पक्षपातपूर्ण कार्यप्रणाली के खिलाफ कई आरोप हैं।
टीडीपी नेता ने चुनाव आयोग से इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने, उनके पदों पर तटस्थ और प्रतिष्ठित अधिकारियों को नियुक्त करने तथा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
आंध्र प्रदेश में 13 मई को मतदान होना है।