समग्र एवं संतुलित विकास के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार विशेष रूप से दूरदराज एवं पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दे रही है। वे निर्माणाधीन मैदा-चखोतर सड़क का निरीक्षण करने के बाद सलूणी उपमंडल के किहार के डांड में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री ने बताया कि पिछले दो सालों में राज्य भर में करीब 1,300 किलोमीटर नई सड़कें बनाई गई हैं। उन्होंने आगे बताया कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई-4) के तहत 1,200 किलोमीटर सड़क निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दी है। उन्होंने बताया कि सलूणी उपमंडल में 10 सड़कों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) मंजूरी के लिए प्रस्तुत की गई हैं और मंजूरी मिलने के बाद अगले दो से तीन महीनों में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार क्षेत्र की सभी विकास संबंधी मांगों को तुरंत पूरा करेगी।
सिंह ने यह भी दावा किया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने पिछले दो सालों में 42,000 नए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। इनमें से 25,000 पद विभिन्न सरकारी विभागों में भरे जा रहे हैं और 12,000 अतिरिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जबकि 12,000 अन्य रिक्तियों की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
सरकार की रोजगार पहलों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने बताया कि राजीव गांधी रोजगार स्टार्टअप योजना के तहत 680 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को 50% सब्सिडी पर इलेक्ट्रिक वाहन मुहैया कराए जा रहे हैं और उन्हें विभिन्न सरकारी विभागों से जोड़ा जाएगा, जहां उन्हें हर महीने 50,000 रुपये मिलेंगे।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने जन शिकायतें भी सुनीं तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों को उनका शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए।
इससे पहले जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी और युवा कांग्रेस के सदस्यों तथा विभिन्न पंचायतों से आए निर्वाचित प्रतिनिधियों ने विक्रमादित्य सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी और चंबा विधायक नीरज नैयर भी मौजूद थे।
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